उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुआवजे की घोषणा की

अंकिता भंडारी मर्डर केस :उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुआवजे की घोषणा की

अंकिता भंडारी मर्डर केस में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुआवजे की घोषणा कर दी है। ankita के परिजनों को 25 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया गया है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमने न्यायालय से अनुरोध किया हुआ है कि मामले की जल्द से जल्द सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बना दिया जाए।शराब के शौकीनों को दिल्ली में डबल झटका, दुकानें हुईं कम, जेब पर भी बढ़ा बोझ

उत्तराखंड में इस तरह की घटना सहन करने योग्य नहीं है, दोषियों को कठोर से कठोर सजा के लिए हमने कोर्ट से अनुरोध किया है। एसआईटी सभी पहलुओं को देख रही है, टीम ने धीरे-धीरे साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं। सारे साक्ष्य न्यायालय के सामने रखे जाएंगे, केस को मजबूत करेंगे।              Delhi Police Driver Recruitment 2022 | दिल्ली पुलिस ड्राइवर 1400 पदों पर भर्ती

रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी 19 साल की अंकिता भंडारी

अंकिता भंडारी मर्डर केस :उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुआवजे की घोषणा की

अंकिता भंडारी मर्डर केस उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर में गंगा भोगपुर में वनतारा रिजॉर्ट में 19 साल की अंकिता भंडारी रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। इस मामले में मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र है। घटना के सामने आने के बाद भाजपा ने आर्य को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

लोगों ने कई घंटों तक श्रीनगर में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित रखा

अंकिता भंडारी मर्डर केस :उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुआवजे की घोषणा की

 

इस हत्याकांड से पूरे राज्य में रोष है जहां अंकिता के हत्यारों को तत्काल फांसी दिए जाने की मांग को लेकर लोगों ने कई घंटों तक श्रीनगर में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित रखा। अलकनंदा नदी के तट पर रविवार शाम अंकिता के अंतिम संस्कार में भी हजारों लोगों की भीड़ शामिल हुई और उसके लिए इंसाफ की मांग की।बेटी की हत्या से गमगीन अंकिता की मां सोनी देवी ने सोमवार को कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है क्योंकि उन्हें अंतिम समय में अंकिता का मुंह भी नहीं देखने दिया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘रात को अंतिम संस्कार करने की क्या जरूरत थी। जब इतना रुक गए थे तो एक दिन और रुक जाते। सबसे बड़ा गुनाह तो उन्होंने (सरकार ने) यह किया कि मुझे अपनी बेटी का चेहरा भी नहीं देखने दिया।’’