लखनऊ, 26 मार्च । उत्तर प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में दूसरे सबसे बड़े दल के
रूप में उभरी समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को विधानसभा में पार्टी के विधायक दल और
विधानमंडल दल का नेता चुना गया है।
यहां स्थित सपा मुख्यालय में शनिवार को हुयी पार्टी विधायक दल की
बैठक में अखिलेश को सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से नेता चुन लिया।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने
विधायक दल की बैठक के बाद यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बैठक में अखिलेश को सर्वसम्मति से पार्टी के
विधानमंडल दल का नेता भी चुना गया। गौरतलब है
कि विधानसभा चुनाव में सपा के 111 विधायक जीते हैं। इस
प्रकार विधानसभा में दूसरा सबसे बड़ा दल होने के नाते सपा मुख्य विपक्षी पार्टी होगी।
ऐसे में अखिलेश का नेता
प्रतिपक्ष बनना लगभग तय है।
विधानसभा चुनाव के बाद अखिलेश ने आजमगढ़ से लोकसभा सदस्य के पद से
इस्तीफा दे दिया था।
उत्तम ने बताया कि सपा के वरिष्ठ विधायक अवधेश प्रसाद ने अखिलेश को विधायक दल का
नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा और विधायक आलम बदी ने उसका समर्थन किया।
इसके अलावा विधायक लालजी
वर्मा ने अखिलेश को विधानमंडल दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा।
सपा के चुनाव चिन्ह पर विधायक बने
प्रसपा नेता शिवपाल सिंह यादव को बैठक में नहीं बुलाये जाने के बारे में उत्तम ने कहा कि आज केवल सपा के
विधायकों को बुलाया गया था।
बैठक में सहयोगी दलों के किसी विधायक को नहीं बुलाया गया था। उन्होंने स्पष्ट
किया,
“सहयोगी दलों के जो विधायक सपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव जीते उन्हें और सहयोगी दलाें के विधायकाें
की बैठक 28 मार्च को बुलायी गयी है
, चाहे वे शिवपाल यादव हों, पल्लवी पटेल या ओपी राजभर हों, सब को 28
मार्च को बुलाया जाएगा।”