समाज शास्त्र की पाठ्य पुस्तक के एक पृष्ठ की वायरल छवि पर इंडियन नर्सिंग काउंसलिंग ने जारी की अधिसूचना
इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने नर्सों के लिए समाजशास्त्र की पाठ्य पुस्तक के एक पृष्ठ की वायरल छवि पर आपत्ति दर्ज की है। टीके इंद्राणी द्वारा लिखी इस वायरल छवि में दहेज प्रथा के गुण और लाभ को सूचीबद्ध किया गया है। इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने साफ कहा है कि वो इस तरह के किसी भी विचार का समर्थन नहीं करती।
साथ ही काउंसिल का दावा है कि वो किसी भी पब्लिकेशन या लेखक की जवाबदेही नहीं लेती और न ही किसी लेखक को अपने किसी भी प्रकाशन के लिए इंडियन नर्सिंग काउंसिल का नाम इस्तेमाल करने की इजाजत दी है। बीएससी सेकेंड ईयर में टीके इंद्राणी द्वारा लिखित – टेक्स्ट बुक ऑफ सोशियोलॉजी फॉर नर्सेज नाम की किताब में दहेज प्रथा का समर्थन किया गया है।
उसमें लिखा है कि दहेज हमारे समाज के लिए अच्छी प्रथा है। दहेज की वजह से कुरूप लड़कियों के माता-पिता अपनी बेटियों की शादी कर पाते हैं। सोमवार को किताब का ये अंश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय की वैधानिक शाखा आईएनसी ने इसकी कड़ी आलोचना की है।
आईएनसी ने इसकी भाषा पर सवाल खड़े करते हुए किसी भी पब्लिकेशन या फिर लेखक द्वारा अपना नाम इस्तेमाल पर आपत्ति दर्ज कराई है। आईएनसी ने ये भी कहा कि वो अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित सिलेबस को ही मान्यता देते हैं।