नई दिल्ली, 26 फरवरी एअर इंडिया का एक विमान रूस के आक्रमण के चलते यूक्रेन में फंसे
भारतीयों
को स्वदेश लाने के वास्ते शनिवार सुबह रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट पहुंचा।
वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने
बताया कि उड़ान संख्या एआई1943 ने तड़के करीब तीन बजकर 40 मिनट पर मुंबई हवाईअड्डे से उड़ान भरी और
वह भारतीय समयानुसार सुबह करीब 10 बजकर 45 मिनट पर बुखारेस्ट हवाईअड्डे पर पहुंचा।
उन्होंने बताया कि जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंचे थे, उन्हें भारत सरकार
के अधिकारी बुखारेस्ट ले गए ताकि उन्हें एअर इंडिया की उड़ान के जरिए स्वदेश लाया जा सके।
उन्होंने बताया कि
बोइंग787 विमान में एक बार में 256 यात्री आ सकते हैं।
एअर इंडिया यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट
के लिए शनिवार को और उड़ानें संचालित करेगी।
बृहस्पतिवार को यूक्रेन के अधिकारियों ने यात्री विमानों के
परिचालन के लिए अपने देश का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था, इसलिए भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए ये उड़ानें
बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से परिचालित की जा रही हैं।
अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन में फिलहाल करीब
20,000 भारतीय फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर विद्यार्थी हैं।
यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने से पहले एअर इंडिया ने 22 फरवरी को यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए एक विमान
भेजा था जिसमें 240 लोगों को भारत वापस लाया गया था।
उसने 24 और 26 फरवरी को दो और उड़ानों के
संचालन की योजना बनायी थी लेकिन रूस के 24 फरवरी को आक्रमण शुरू करने और इसके बाद यूक्रेन का हवाई
क्षेत्र बंद होने के कारण ऐसा नहीं किया जा सका।
एअर इंडिया ने शुक्रवार रात को ट्वीट करके बताया कि वह दिल्ली और मुंबई से शनिवार को बी787 विमान
बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के लिए परिचालित करेगा।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को कहा कि वह रोमानिया
तथा हंगरी से आने वाले मार्गों को निर्धारित करने का काम कर रहा है।
दूतावास ने कहा, ‘‘वर्तमान में, अधिकारियों की टीम उझोरोद के पास चोप-जाहोनी हंगरी सीमा, चेर्नीवत्सी के पास
पोरब्ने-सीरेत रोमानियाई सीमा चौकियों पर पहुंच रही है।’
’ दूतावास ने कहा कि इन सीमा जांच चौकियों के करीब
रह रहे भारतीय नागरिकों, विशेष कर छात्रों को विदेश मंत्रालय के दलों के साथ समन्वय कर व्यवस्थित तरीके से
रवाना होने की सलाह दी जाती है।
उसने कहा कि एक बार जब ये मार्ग चालू हो जाएंगे तो भारतीय नागरिकों को खुद से यात्रा करने के लिए सीमा
जांच चौकियों की ओर बढ़ने की सलाह दी जाएगी।
दूतावास ने भारतीयों को अपना पासपोर्ट, नकदी (प्राथमिक रूप
से डॉलर में), अन्य आवश्यक वस्तुएं और कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र सीमा जांच चौकियों पर अपने पास रखने की
सलाह दी है।