नई दिल्ली, 03 मार्च दिल्ली विश्वविद्यालय वर्ष 2022 में अपना शताब्दी समारोह मना रहा है। यह
समारोह साल भर चलेगा और इस दौरान अनेकों कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति
प्रो. योगेश सिंह ने पत्रकार वार्ता के दौरान इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि शताब्दी समारोह का शुभारंभ
01 मई 2022 को विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर होगा।
उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय का
शताब्दी समारोह अपने आप में ऐतिहासिक घटना है। ऐसे अवसर लंबे इंतजार के बाद सौ साल के पश्चात आते हैं।
यह विश्वविद्यालय से जुड़े सभी लोगों के लिए गर्व की बात है कि हमें इस ऐतिहासिक घटना का हिस्सा बनने का
सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने विश्वविद्यालय के शताब्दी लोगो और टैगलाइन का भी विमोचन किया।
उन्होने बताया कि शताब्दी लोगो और टैगलाइन के लिए विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से ही खुली प्रतियोगिताओं
के माध्यम से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थी
जिनमें विद्यार्थियों ने जबरदस्त प्रतिक्रिया दी और उसके
परिणामस्वरूप ये आकर्षक शताब्दी लोगो और टैगलाइन सामने आए हैं।
कुलपति ने शताब्दी लोगो की रचनाकार,
गार्गी कॉलेज की छात्रा, कृतिका खींची को इसके लिए बधाई दी और प्रतियोगिता में भागीदारी के लिए सभी
विद्यार्थियों का धन्यवाद भी किया।
कुलपति प्रो. सिंह ने बताया कि एक मई 2022 को शताब्दी समारोह के शुभारंभ अवसर पर विश्वविद्यालय के
स्मारक टिकट और सिक्के का विमोचन भी किया जाएगा।
शताब्दी समारोह के दौरान साल भर चलने वाली
गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि शताब्दी वर्ष के दौरान डीयू की कॉफी टेबल
बुक जारी करने की भी योजना बनाई गई है।
शताब्दी समारोह के दौरान न केवल विश्वविद्यालय से जुड़े लोगों के
लिए ही, बल्कि समुदाय के लिए भी बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होने कुछ कार्यक्रमों के
उदाहरण देते हुए बताया कि इस दौरान सामाज कल्याण के उद्देश्य से एक शताब्दी गांव को गोद लेने सहित
स्वास्थ्य जागरूकता जांच और रक्तदान शिविरों का आयोजन भी किया जाएगा।
इसके अलावा विश्वविद्यालय
परिसरों में 100 स्थानों पर एक साथ 100 पेड़ लगाने की भी योजना बनाई गई है।
कुलपति ने बताया कि शताब्दी वर्ष के दौरान विश्वविद्यालय पर कुछ डाक्यूमेंट्रियों का निर्माण भी किया जाएगा
तथा डीयू के इतिहास पर लाइट एंड साउंड शो भी आयोजित होंगे।
उन्होने बताया कि इस वर्ष के दौरान डीयू
स्टूडियो भी लॉन्च किया जाएगा।
इन सबके अतिरिक्त अनेकों उत्सव भी आयोजित होंगे जिनमें लिटफेस्ट, पुस्तक
मेले, दुर्लभ पुस्तकों और पांडुलिपियों की प्रदर्शनी, विभिन्न सेमीनारों व सम्मेलनों का आयोजन तथा अंतरराष्ट्रीय
स्तर की कार्यशालाओं और लेक्चर सीरीज का आयोजन भी होगा।
उन्होने बताया कि शताब्दी वर्ष के दौरान एमओयू हस्ताक्षर और इंटर्नेशनल एक्सचेंज प्रोग्रामों सहित रिसर्च एवं
डेव्लपमेंट, इनोवेशन प्रेक्टिस आदि जैसी अनेकों गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा।
कुलपति ने बताया कि
शैक्षणिक गतिविधियों के अलावा खेल और पाठ्येतर मोर्चों पर भी विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाई जा रही
है,
जिनमें शताब्दी कप का आयोजन और विश्वविद्यालय में युवा उत्सवों के शुभारंभ की योजनाएं मुख्य रूप से
शामिल हैं।
पत्रकार वार्ता के दौरान कुलपति ने घोषणा की कि शताब्दी वर्ष के शुभ अवसर पर विशेष योजना के तहत उन
विद्यार्थियों को भी अपनी डिग्री की पढ़ाई पूरी करने का अवसर दिया जाएगा,
जिनकी पढ़ाई किन्ही कारणों से
विश्वविद्यालय में अधूरी रह गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय में पहली बार तकनीकी पाठ्यक्रम
शुरू होंगे।
सीएसई, ईसी और ईई में बीटेक के नए कोर्स शुरू करने के साथ ही कैम्पस ऑफ ओपन लर्निंग में
मैनेजमेंट और इक्नोमिक्स में यूजी और पीजी पाठ्यक्रमभी शुरू किए जाएंगे।