चित्रकूट, 01 अप्रैल चैत्र मास की अमावस्या पर चित्रकूट में श्री राम की तपोस्थली पर मंदाकिनी नदी
में लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
साथ ही भगवान कामतानाथ की पंचकोसी परिक्रमा कर पूजा-
अर्चना की। चैत माह में फसल की कटाई का समय चलता है लेकिन किसान समय निकालकर भगवान कामतानाथ
की परिक्रमा करने आए हैं।
उत्तर प्रदेश बांदा,हमीरपुर, झांसी, महोबा, कानपुर, बहराइच, अंबेडकर नगर, जौनपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर,
औरैया, उरई, जालौन, और मध्य प्रदेश के सतना,रीवा, सिंगरौली, उमरिया, शहडोल, सीधी, छतरपुर,पन्ना, सागर,
दमोह, अनूपपुर,कटनी, जबलपुर आदि जिलों से श्रद्धालु आए हैं।
अमावस्या के लिए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश शासन द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में मजिस्ट्रेट जोनल मजिस्ट्रेट और
पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
मेले की भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में दो-दो खोया पाया केंद्र
बनाए गए हैं। अमावस्या मेला की भीड़ को देखते हुए डॉग स्क्वॉयड टीम भीड़भाड़ के स्थानों पर चेकिंग कर रही है।
मेले के लिए चित्रकूट प्रशासन ने पांच मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं।
इसी तरह मध्यप्रदेश में भी छह मजिस्ट्रेट तैनात
हैं। दोनों प्रदेशों से लगभग 1000 पुलिस बल तैनात किया गया है।
मंदाकिनी नदी के किनारे और पूरे परिक्रमा मार्ग
में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश प्रशासन द्वारा सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।
परिक्रमा मार्ग में
सूखी पड़ी टंकियां श्रद्धालुओं को प्यास के लिए तरसा रही हैं। पानी पिलाने के लिए समाजसेवियों ने पूरे परिक्रमा
मार्ग में तीन जगह पोसला खोला है।