सरकारी कंपनी को वापस शुरू करेगी टाटा
टाटा स्टील (Tata steel) ने सोमवार को कहा कि नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (NINL) का परिचालन दोबारा शुरू करने के लिए वह तेजी से काम करेगी। अगले कुछ सालों में इसकी क्षमता को बढ़ाकर 45 लाख टन सालाना पर पहुंचाएगी। दस लाख टन प्रतिवर्ष क्षमता वाले ओडिशा स्थित इस्पात संयंत्र का अधिग्रहण पूरा करने के बाद जारी बयान में टाटा स्टील ने कहा कि एनआईएनएल की क्षमता 2030 तक बढ़ाकर एक करोड़ टन प्रतिवर्ष करने की भी योजना है। बता दें कि मोदी कार्यकाल में यह दूसरा सफल प्राइवेटाइजेशन है। इससे पहले एयर इंडिया का प्राइवेटाइजेशन हुआ था। इस एयरलाइन कंपनी को भी टाटा ने ही खरीदा है।
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टाटा ने की 12,000 करोड़ रुपये में डील
प्लांट का अधिग्रहण Tata स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने 12,000 करोड़ रुपये में किया है। बयान में कहा गया, ‘‘योजना न केवल स्टील प्लांट को जल्द ही पुन: चालू करने की है बल्कि 45 लाख टन प्रतिवर्ष के अत्याधुनिक लॉन्ग प्रोडक्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण करके क्षमता का विस्तार करने की भी है और 2030 तक इसमें और विस्तार करते हुए इसे एक करोड़ टन सालाना किया जाएगा।’’
आज से सौंपी गई टाटा को जिम्मेदारी
Tata स्टील ने कहा कि टीएसएलपी ने एनआईएनएल का 93.71 प्रतिशत अधिग्रहण पूरा कर लिया है। टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं टीएसएलपी के चेयरमैन टी वी नरेंद्रन ने कहा, ‘‘यह अधिग्रहण एक ऐतिहासिक उपलब्धि होने के साथ-साथ टाटा स्टील समूह के लिए समर्पित सरिये जैसे लॉन्ग प्रोडक्ट केंद्र के निर्माण की दिशा में एक अहम कदम है।’’
2020 से ही बंद पड़ा था प्लांट
इस बीच, बीएचईएल ने बीएसई को दी गई सूचना में कहा कि उसने एनआईएनएल में अपनी 0.68 प्रतिशत हिस्सेदारी टीएसएलपी को बेच दी है और इसे स्थानांतरित कर दिया है। एनआईएनएल के ओडिशा के कलिंगनर स्थित संयंत्र की सालाना उत्पादन क्षमता 11 लाख टन रही है। हालांकि, यह संयंत्र लगातार घाटे में रहने की वजह से मार्च, 2020 से ही बंद पड़ा है।
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