तेलंगाना के मुख्यमंत्री टीआरएस के 21वें स्थापना दिवस को संबोधित करेंगे
हैदराबाद, 26 अप्रैल । सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के बुधवार को यहां मनाए जाने वाले
21वें स्थापना दिवस समारोह में राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी का रोडमैप बताए
जाने की संभावना है। इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के साथ ही पार्टी के मुखिया एवं राज्य के
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने के अपने प्रयासों के बीच
टीआरएस के राष्ट्रीय एजेंडे की घोषणा भी कर सकते हैं।
इस अवसर पर 2023 के राज्य विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी बिगुल बजने की उम्मीद है। सत्ताधारी दल
तेलंगाना में 2014 में सत्ता में आने के बाद से लगातार तीसरे कार्यकाल की भी उम्मीद कर रहा है।
स्वतंत्र तेलंगाना राज्य के गठन की मांग के लिए 27 अप्रैल, 2001 को स्थापित टीआरएस ने दो जून 2014 को
तत्कालीन आंध्र प्रदेश के विभाजन के साथ अपने उद्देश्य को प्राप्त किया था।
यहां हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में दिन भर चलने वाले समारोह के दौरान पार्टी अपनी ताकत, तेलंगाना
विकास मॉडल और पिछले सात वर्षों की टीआरएस सरकार की उपलब्धियों का प्रदर्शन करेगी।
कार्यक्रम के अनुसार, टीआरएस प्रमुख बुधवार को सुबह 10.30 बजे पार्टी का झंडा फहराकर समारोह की शुरुआत
करेंगे। इसके बाद वह स्वागत भाषण देंगे और फिर 11 प्रस्ताव पेश करेंगे जिनमें से एक देश तथा राज्य की
राजनीतिक स्थिति पर होगा।
प्रस्ताव पर चर्चा होगी और पूर्ण बैठक में इसे पारित किया जाएगा जिसमें सभी समुदायों के लिए कल्याणकारी
कार्यक्रमों के आधार पर तेलंगाना के निरंतर विकास के वास्ते लोगों का समर्थन भी मांगा जाएगा।
वर्ष 2024 के आम चुनाव से पहले राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने
के लिए मुख्यमंत्री की सक्रियता के चलते इस बैठक का काफी महत्व है।
टीआरएस आगामी चुनावों के मद्देनजर पहले ही ‘इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी’ (आई-पैक) के साथ करार कर
चुकी है। कभी ‘आई-पैक’ के प्रमुख चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर हुआ करते थे।
पार्टी अगले साल होने वाले चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने स्थापना दिवस पर घोषणाएं कर सकती है।
समारोह में लगभग 3,000 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है।
बैठक के लिए मंत्रियों, सांसदों, विधायकों,
विधान पार्षदों, विभिन्न निगमों के अध्यक्षों, जिला परिषद अध्यक्षों, महापौरों, नगर अध्यक्षों तथा अन्य को
आमंत्रित किया गया है।