
नई दिल्ली, 04 मई । निगम के सत्य निकेतन में तीन मंजिला मकान गिरने की घटना के बाद बड़ी
कार्रवाई करते हुए दस दिन के भीतर तीन मकानों को सील कर दिया गया है।
इतना ही नहीं 50 से अधिक लोगों
को अबतक नोटिस जारी किए जा चुके हैं।
खतरनाक भवनों का सर्वे करने के दौरान 38 भवनों की पहचान भी की
गई है।
इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सत्य निकेतन के अलावा अन्य कॉलोनियों में पुराने मकानों में
मरम्मत करने वालों पर भी नियम के मुताबिक कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
सत्य निकेतन हादसे के बाद दक्षिण
निगम भवन विभाग के अधिकारियों ने दक्षिण,
मध्य, पश्चिम और नजफगढ़ जोन के तहत आने वाली पुनर्वास
कॉलोनियों में खतरनाक भवनों का सर्वे शुरू किया जो अभी जारी है।
सर्वे के दौरान करीब 38 मकानों को खतरनाक
स्थिति में पाया गया है। इनमें से सत्य निकेतन के तीन मकानों को सील कर दिया गया।
इनके मालिक अवैध
तरीके से अंदर के कॉलम और दीवारें हटाकर उसमें निर्माण कर रहे थे।
अवैध निर्माण को लेकर 58 मकान मालिकों
को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। बताया गया कि कुछ अवैध निर्माण करने वाले संपत्ति मालिकों ने निगम
अधिकारियों को लिख कर दिया है कि वह खुद से ही अपना अवैध निर्माण का हिस्सा तोड़ लेंगे, इसलिए उनके
मकान पर निगम विभाग ने कार्रवाई नहीं की है।
दूसरी तरफ, उत्तरी निगम भवन विभाग के अधिकारियों ने
करोलबाग, सिविल लाइंस, नरेला, केशवपुरम, सदर पहाड़गंज जोन सहित अन्य जोन में खतरनाक इमारतों का सर्वे
शुरू कर दिया है।
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