केंद्र सरकार तीनों नगर निगमों को एक करने में जुटी
नई दिल्ली, 09 मार्च दिल्ली के तीनों नगर नगर निगमों के चुनाव के लिए राज्य चुनाव आयोग ने
तैयारी पूरी कर ली थी।
बुधवार को चुनाव की तारीखों की घोषणा भी होने वाली थी, लेकिन तिथियों की घोषणा से
ठीक आधे घंटे पहले राज्य चुनाव आयोग को उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल के माध्यम से केंद्र सरकार का पत्र
मिला।
इसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार तीनों नगर निगमों को एक बार फिर एकीकृत करने की कवायद में जुटी
है और जल्द ही संसद में विधेयक पेश करेगी, इसलिए अभी चुनाव नहीं कराया जाए। इसके मद्देनजर, राज्य
चुनाव आयोग ने निगम चुनावों की तारीखों की घोषणा फिलहाल कुछ समय के लिए टाल दी है।
राज्य चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने बुधवार शाम को प्रेसवार्ता में पहुंचे पत्रकारों को बताया कि उन्हें चुनाव की
तारीखों की जानकारी देने के लिए बुलाया गया था
,पांच से सात दिन में चुनाव को लेकर स्थिति स्पष्ट
लेकिन अब तिथियों की घोषणा नहीं की जा रही है। दरअसल,
शाम 4:30 बजे ही आयोग को केंद्र सरकार का पत्र मिला, जिसमें यह बताया गया कि सरकार तीनों नगर निगमों
को एक करना चाहती है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्था होने के नाते आयोग इस सुझाव को मानने के लिए
बाध्य नहीं है, लेकिन यदि किसी पक्ष से कोई जानकारी प्राप्त हुई है
चुनाव टालने का अधिकार केंद्र सरकार के पास नहीं
तो उसपर विचार करना जरूरी है। ऐसे में केंद्र
से प्राप्त पत्र पर कानूनी सलाह ली जाएगी, जिसके बाद आयोग पांच से सात दिन में चुनाव को लेकर स्थिति स्पष्ट
करेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव टालने का अधिकार केंद्र सरकार के पास नहीं है।
संविधान व सुप्रीम कोर्ट के आदेश
में विधानसभा की तरह निगम चुनाव भी समय से कराने के लिए कहा गया है। यदि तीनों नगर निगम भंग कर
दिए जाते हैं, तब भी छह माह के लिए चुनाव नहीं टाले जा सकते।
एसके श्रीवास्तव ने कहा कि अप्रैल 2017 में हुए नगर निगम चुनाव के बाद दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का गठन
18 मई, उत्तरी दिल्ली नगर निगम का गठन 19 मई व पूर्वी दिल्ली नगर निगम का गठन 22 मई को हुआ था,
इसलिए 18 मई से पहले नगर निगम का चुनाव होना आवश्यक है और मतदान से 30 दिन पहले चुनाव की
तारीखों की घोषणा किया जाना भी जरूरी है। राज्य चुनाव आयोग के अधिकारी कहते हैं
एकीकृत नगर निगम का चुनाव भी संभव
कि 18 मई तक चुनाव
कराने के लिए आयोग के पास अभी दो माह से अधिक समय है। चुनाव की घोषणा करने के लिए भी 18 अप्रैल
तक का समय है, इसलिए चुनाव के लिए कोई बहुत जल्दबाजी नहीं है।
यदि इस बीच केंद्र सरकार संसद में
विधेयक लाकर तीनों नगर निगमों को एक कर देती है तो एकीकृत नगर निगम का चुनाव भी संभव है।
शीला दीक्षित की पहल पर दिल्ली नगर निगम को तीन हिस्सों में बांट दिया
बताया जा
रहा है कि संसद के बजट सत्र के 14 मार्च से शुरू होने वाले दूसरे भाग में केंद्र सरकार तीनों निगमों को एक करने
का विधेयक संसद में पेश करेगी।
उल्लेखनीय है कि जनवरी, 2012 में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की पहल पर दिल्ली नगर निगम को तीन हिस्सों
में बांट दिया गया था। इसके तहत दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम व पूर्वी दिल्ली नगर
निगम का गठन किया गया था।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के इलाके में 104 वार्ड, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के
क्षेत्र में भी 104 वार्ड व पूर्वी दिल्ली नगर निगम के इलाके में 64 वार्ड हैं। पिछले दो निकाय चुनाव तीनों नगर
निगमों के आधार पर ही हुए थे।