Home देश की खबरें प्रेग्नेंसी नेपाल जाकर डिवाइस लगवा रहीं भारतीय महिलाएं ‘तीली’ रोकेगी अनचाही प्रेग्नेंसी

प्रेग्नेंसी नेपाल जाकर डिवाइस लगवा रहीं भारतीय महिलाएं ‘तीली’ रोकेगी अनचाही प्रेग्नेंसी

भारत में भी अनचाही प्रेग्नेंसी रोकने की यह तकनीक नहीं अपनाई गई

प्रेग्नेंसी नेपाल जाकर डिवाइस लगवा रहीं भारतीय महिलाएं ‘तीली’ रोकेगी अनचाही प्रेग्नेंसी

नेपाल इन दिनों अनचाही प्रेग्नेंसी रोकने के मामले में रोल मॉडल बना हुआ है। ‘कॉन्ट्रासेप्टिव इम्प्लांट्स’ की एक छोटी सी डिवाइस इस छोटे से देश को बड़ा बना रही है।फैमिली प्लानिंग का सबसे पुराना और सफल मॉडल लागू करने वाले भारत में भी अनचाही प्रेग्नेंसी रोकने की करीब 100 फीसदी कामयाब यह तकनीक नहीं अपनाई गई है। यहां से बड़ी संख्या में महिलाएं सीमापार करके नेपाल जा रही हैं।

गर्भनिरोधकों के आविष्कार के बाद भी ऐसे परफेक्ट कॉन्ट्रासेप्टिव की तलाश खत्म नहीं हुई, जो मेल और फीमेल दोनों के लिए सेफ हो, जो उन्हें संतुष्टि दे और जिसे वे बेहिचक, खुलकर अपना सकें। ऐसे में ‘कॉन्ट्रासेप्टिव इम्प्लांट्स’ कपल्स के लिए बेहतर साबित हो सकते हैं।मेडिकल डिवाइस का इस्तेमाल प्रेग्नेंसी रोकने के लिए किया जाता है। इसे महिला की बांह में स्किन के अंदर डाल दिया जाता है। फ्लेक्सिबल प्लास्टिक से बने कॉन्स्ट्रासेप्टिव इम्प्लांट्स का साइज माचिस की तीली जितना छोटा होता है।                विधायकों ने दी इस्तीफे की धमकी,CM हाउस पर विधायकों का पहुंचना शुरू

मेडिकल भाषा में इसे फ्लेक्सिबल प्लास्टिक रॉड कहते हैं। इस रॉड से ‘प्रोजेस्टोजन’ (Progestogen) नाम के एक सिंथेटिक हॉर्मोन का रिसाव होता है, जो प्रेग्नेंसी रोकने में मदद करता है। एक बार यह छोटी सी रॉड लगवा ली, तो 3 साल तक के लिए छुट्‌टी। इस बीच, अगर आप प्रेग्नेंट होना चाहें, तो आराम से इसे निकलवाइए और कुछ ही दिनों में अपनी फर्टिलिटी वापस पाइए।ऐसे में भारत के कई राज्यों से महिलाएं यह डिवाइस लगवाने के लिए सीमा पार कर पड़ोसी देश नेपाल जा रही हैं।

महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक

फैमिली प्लानिंग असोसिएशन ऑफ नेपाल (FPAN)’ परिवार नियोजन के मुद्दे पर नेपाल सरकार के साथ काम कर रही है। कॉन्ट्रासेप्टिव इम्प्लांट्स नेपाल में नेशनल फैमिली प्लानिंग प्रोग्राम का हिस्सा हैं।

नेपाल में इन्हें लगवाने के लिए डॉक्टर की जरूरत नहीं है। यहां नर्स और स्वास्थ्य कर्मचारी महिलाओं को यह डिवाइस लगा रहे हैं। हमारे पास भारत से आने वाली महिलाओं की संख्या भी काफी ज्यादा है। ये महिलाएं उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से आती हैं।महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक के विकल्प ज्यादा हैं। सरकार की पॉलिसी में भी महिलाओं के कॉन्ट्रासेप्शन पर ही ज्यादा जोर दिखता है। इस्तेमाल की बात आती है, तो महिलाएं ही गर्भनिरोधकों का इस्तेमाल करते हुए ज्यादा दिखाई देती हैं। WCD Delhi Bharti 2021 | महिला एवं बाल विकास दिल्ली 54 पदों पर भर्ती

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