औली में भारतीय सेना और अमेरिकी सेना युद्धाभ्यास
अब चीन की निगरानी के लिए LAC पर इस बाज की तैनाती।आज जानते हैं कि बाज के सिर में चीनी कैमरा ही क्यों लगाया गया? ये बाज दुश्मन देश के ड्रोन से भारत की रक्षा कैसे करेगा?29 नवंबर 2022 यानी मंगलवार को उत्तराखंड के औली में भारतीय सेना और अमेरिकी सेना युद्धाभ्यास कर रही थी। इस दौरान चीनी कैमरे से लैस बाज कमांडो ‘अर्जुन’ ने आसमान में उड़ रहे एक ड्रोन को मार गिराया।
चीनी सीमा की निगरानी के लिए तैनात किए
1 दिसंबर 2022 का है। इसमें भारतीय सेना का ट्रेंड बाज अर्जुन एक ड्रोन को तबाह करते हुए नजर आ रहा है।अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारतीय सेना के ट्रेंड बाज अर्जुन के सिर में कैमरा और शरीर में GPS लगाया गया है। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि चीनी सीमा की निगरानी के लिए तैनात किए जाने वाले इस बाज के सिर पर एक चीनी कंपनी का कैमरा लगाया गया है।
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मेरठ के रिमाउंट वेटरनरी कॉर्प्स ने ट्रेनिंग दी
मेरठ के रिमाउंट वेटरनरी कॉर्प्स ने इसे ट्रेनिंग दी है। ये बाज दुश्मन ड्रोन को गिराने के अलावा अपने सिर में लगे कैमरे के जरिए दुश्मन देशों के आसमान और जमीन की हर गतिविधियों की निगरानी करने में भी सक्षम है। एक भारतीय के हाथ पर बैठा हुआ था। उसके पास ही एक ट्रेंड डॉग बैठा हुआ था। तभी एक ड्रोन को आसमान में उड़ाया जाता है।
ट्रेंड डॉग्स मिलकर अब बॉर्डर से सटे इलाके की निगरानी करेंगे
अर्जुन ने उड़ान भरी और दुश्मन के ड्रोन को अपने पंजों से मारकर गिरा दिया। भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि अर्जुन और सेना के ट्रेंड डॉग्स मिलकर अब बॉर्डर से सटे इलाके की निगरानी करेंगे।2020 में तेलंगाना सरकार ने VVIP यात्राओं के दौरान ड्रोन हमले को बेअसर करने के लिए ये गरुड़ दस्ता बनाया था।
तस्करी और आतंकी गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए चील को ट्रेंड किया
इस दस्ते को ट्रेंड करने की जिम्मेदारी इंटीग्रेटेड इंटेलिजेंस ट्रेनिंग एकेडमी यानी IIITA पर थी। इसके लिए डीजीपी के आदेश से 35,000 रुपए और 25,000 रुपए के मंथली वेतन पर दो ट्रेनर की भी नियुक्ति की गई थी।रलैंड और फ्रांस सेना के नक्शेकदम पर स्कॉटलैंड पुलिस ने भी अपने यहां होने वाली तस्करी और आतंकी गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए चील को ट्रेंड किया है।
ड्रोन को गिराने में ये ट्रेंड पक्षी शानदार भूमिका निभाते हैं
स्कॉटलैंड के मेट्रोपॉलिटिन पुलिस कमिश्नर सर बर्नाड होगन ने कहा था कि इंसानों के बिना ऑपरेट किए जाने वाले ड्रोन को गिराने में ये ट्रेंड पक्षी शानदार भूमिका निभाते हैं।नीदरलैंड सरकार को पक्षियों के प्रशिक्षण और रख-रखाव पर होने वाला खर्च गैरजरूरी लग रहा था। यही वजह है कि नीदरलैंड सरकार अब ड्रोन को मार गिराने के लिए आधुनिक हथियार खरीद रही है।
पक्षियों के जरिए ड्रोन के अवैध इस्तेमाल को रोका जा सकेगा
विश्वविद्यालय में लॉ प्रोफेसर एलन मैककेना ने न्यूयॉर्क टाइम्स से कहा, ‘मुझे शुरुआत से संदेह था कि पक्षियों के जरिए ड्रोन के अवैध इस्तेमाल को रोका जा सकेगा। आप किसी क्षेत्र में हफ्ते के सात दिन और 24 घंटे तैनात नहीं कर सकते हैं।’ हालांकि उन्होंने माना कि भीड़-भाड़ की निगरानी के लिए ये तरीका सही हो सकता है।