Untitled design 2022 03 24T190409.718

ममता ने किसी अपने की तरह रोते हुए शख्स को पानी पिलाया

बोगतुई गांव (पश्चिम बंगाल), 24 मार्च  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को
बोगतुई गांव का दौरा किया,

जहां इस सप्ताह के प्रारम्भ में आठ लोगों को कथित तौर पर जिंदा जलाकर मार दिया
गया था। मुख्यमंत्री ने बोगतुई में मृतकों के परिजनों से भी मुलाकात की और बातचीत की।

ममता ने पीड़ितों से
हमदर्दी दिखाई तो उनका दर्द आंखों से छलक उठा। ममता ने किसी अपने की तरह रोते हुए शख्स को पानी
पिलाया और उसके आंसू पोछे।

मारे गये लोगों के परिजनों से बातचीत

बनर्जी हावड़ा के दुमुरजोला स्टेडियम से हेलीकॉप्टर से रवाना हुईं और गांव के
निकट बनाये गये हेलीपैड पर उतरीं।

इस बीच वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे। वह बोगतुई गांव गईं और
वहां उन्होंने हिंसा में मारे गये लोगों के परिजनों से बातचीत भी की।

मुख्यमंत्री ने वहां मारे गये तृणमूल कांग्रेस के
नेता भादू शेख के परिजनों से भी मुलाकात की। बनर्जी को व्यथा सुनाने के क्रम में मृतक नेता का एक संबंधी
बेहोश होकर गिर पड़ा।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि रामपुरहाट हिंसा मामले के संदिग्धों के
आत्मसमर्पण ना करने पर उन्हें ढूंढकर गिरफ्तार किया जाएगा और पुलिस यह सुनिश्चित करेगी उन्हें कड़ी से कड़ी

सजा मिले। बनर्जी ने बृहस्पतिवार को बोगतुई गांव का दौरा किया, जहां मंगलवार को आठ लोगों को कथित तौर
पर जिंदा जलाकर मार दिया गया था। बनर्जी ने पीड़ित परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी देने का वादा भी

किया। उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि रामपुरहाट हिंसा मामले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा
मिले। अदालत के समक्ष एक कड़ा मामला दायर किया जाएगा।

मकानों के पुनर्निर्माण के लिए दो-दो लाख रुपये

मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये देने और क्षतिग्रस्त मकानों के पुनर्निर्माण के लिए दो-दो लाख
रुपये के मुआवजे की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।

बनर्जी ने कहा,
‘‘पुलिस को पूरे बंगाल में अवैध आग्नेयास्त्रों और बमों के गुप्त जखीरों का पता लगाने का आदेश भी दिया गया

है।; गौरतलब है कि बीरभूम जिले के रामपुरहाट कस्बे के पास बोगतुई गांव में मंगलवार को तड़के कुछ घरों में
कथित तौर पर आग लगा देने से दो बच्चों सहित आठ लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी।

 घटना सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पंचायत अधिकारी की हत्या के प्रतिशोध स्वरूप

माना जा रहा है कि
यह घटना सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पंचायत अधिकारी की हत्या के प्रतिशोध स्वरूप हुई थी।

पोस्टमार्टम में हुआ खुलासा
वहीं पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में तीन महिलाओं और दो बच्चों समेत आठ लोगों को जिंदा
जलाने से पहले बुरी तरह पीटा गया था।

मृतकों के शवों की पोस्टमार्टम जांच में इस बात का खुलासा हुआ है।
रामपुरहाट अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम और अन्य जांच करने वाले फॉरेंसिक
विशेषज्ञों के प्रारंभिक निष्कर्षों के अनुसार पीड़ितों को पहले बुरी तरह पीटा गया और फिर जिंदा जला दिया गया।