भीषण गर्मी और लू से बचाव के लिए घरों की बनावट में सुधार की जरूरत
नई दिल्ली, 06 मई । भीषण गर्मी और लू से बचाव के लिए घरों की बनावट में सुधार की जरूरत है।
घरों को इस तरह से डिजाइइन किया जाना चाहिए और ऐसी सामग्री का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, जिससे गर्मी
का मुकाबला किया जा सके। विज्ञान एवं पर्यावरण केन्द्र ने शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में इसका दावा किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक शहरों में घरों की बनावट और सघन आबादी के चलते कंक्रीट के निर्माण में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी
हुई है। इसके चलते शहरों में ऐसी जगहें बढ़ रही हैं
जहां पर अर्बन हीट आईलैंड परिघटना का प्रभाव दिख रहा है।
कोलकाता में किए गए अध्ययन के आधार पर रिपोर्ट का दावा है कि वहां पर शहरी क्षेत्रों मे दिन का तापमान
ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा दर्ज किया गया। जबकि, रात के समय यह
अंतर 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता दिखा।
सीएसई के मुताबिक घरों की बनावट और उसके निर्माण में इस्तेमाल
की जाने वाली सामग्री में बदलाव करके घरों को भीषण लू और गर्मी से मुकाबला करने में सक्षम बनाया जा सकता
है।
इससे घरों को ठंडा करने में लगने वाली बिजली की भी बचत होगी।