मंडप था बेटी का, लेकिन पहले पिता को करनी पड़ी शादी
गढ़वा, 23 अप्रैल । झारखंड के गढ़वा जिले के डंडई थाना क्षेत्र में एक अनोखा मामला देखने को मिला
जहां एक 56 वर्षीय पिता को अपनी ही बेटी की शादी के एक दिन पहले उसे ही तीसरी शादी करनी पड़ी। वहीं पिता
की शादी होने के दूसरे दिन बेटी की शादी भी पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ हुई।बता दे कि डंडई ब्लॉक के लवाही
गांव निवासी शिव प्रसाद वैद्य की बेटी की शादी 20 अप्रैल को होने वाली थी,
लेकिन पिता की इश्कमिजाजी
स्वभाव के कारण बेटी की शादी में बाधा आ गई थी।
पिता भगा ले गया था गांव की नाबालिग, बेटी की शादी रुकी
शिव प्रसाद वैद्य गांव के ही दुल्हन प्रजाति की नाबालिग बेटी को तीन साल पहले बहला-फुसलाकर छत्तीसगढ़ ले
गया था। दुल्हन प्रसाद ने जब खुद से बेटी का पता लगाया तो उसे जानकारी मिली कि उसकी बेटी को शिव प्रसाद
वैद्य ने छत्तीसगढ़ के गांव में किराये के मकान में रखा हुआ है।
अब तीन साल बाद जब शिव प्रसाद की बेटी की
शादी हो रही थी तो दुल्हन प्रसाद उसकी बेटी की शादी में मुसीबत खड़ी करने लगा,
जिसके बाद मामला पुलिस के
पास पहुंचा। पुलिस की खोजबीन में यह पता चला कि शिव प्रसाद तीन साल पहले जिस नाबालिग को भगाकर ले
गया था
, वह अब बालिग हो चुकी है और उसका एक बच्चा भी हो चुका है।
पिता ने लिए फेरे, ताकि शादी न रुके
जैसे ही मामला पुलिस के पास पहुचा गांव के लोगों को भी पता चला तो वे शिव प्रसाद वैद्य पर शादी का दबाव
बनाने लगे। इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों के दबाव के कारण शिव प्रसाद वैद्य को दुल्हन प्रसाद की बालिग हो चुकी
बेटी से 19 अप्रैल को लवाही गांव के ही बाबा मगरदह महादेव मंदिर में अपनी तीसरी शादी करनी पड़ी, ताकि
उसकी बेटी की शादी में कोई रुकावट ना आए।
पिता की तीसरी शादी होने के बाद उसकी बेटी की भी शादी 20
अप्रैल को पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ हुई।
इलाके में चर्चा का विषय ये शादी
बता दे कि शिव प्रसाद की पहली शादी के बाद उसकी पत्नी का निधन हो गया।
उसके बाद उसने दूसरी शादी,
जिससे उसके चार बच्चे हैं। तीसरी पत्नी से भी उसका एक बच्चा हो चुका है
, जिसे वह अब तक छिपाये हुए थे।
लेकिन जब से उनकी तीसरी शादी हुई हैं। यह पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है
लोग केवल इसी अनोखी
शादी की ही बातें कर रहे हैं।