एक्टर अक्षय कुमार ने कई बातों पर से पर्दा उठाया
मुंबई, 26 मार्च (वेब वार्ता)। एक्टर अक्षय कुमार पर अक्सर ये अरोप लगते रहे हैं कि वह बैक टू बैक प्रोजेक्टस करते हैं,चाहे वह फिल्में हो या विज्ञापन, क्योकि उनका सारा फोकस ज्यादा से ज्यादा कमाई करने पर होता है।
एक नए इंटरव्यू में इन सवालों पर चुप्पी तोड़ते हुए एक्टर ने अपने काम और कमाई को लेकर कई बातों पर से पर्दा उठाया है। जिसे जानकार अक्की के फैंस को उनके लगातार काम करने के पैटर्न पर गर्व ही होगा। बायोपिक्स,
फिल्में और किसी भी तरह का एंडोर्समेंट करने के सवाल पर अक्षय ने एक इंटरव्यू में अपने लाइफ के तीन बेसिक बातों के बारे बताया, जो उन्हें सफल होने में मदद करती हैं। उन्होंने कहा,;मुझे अपनी सारी जिंदगी में तीन बुनियादी शब्द समझ मैं जी जान लगा के काम करता हूं ।मैं सिंपल इंसान हूं…मुझे इतना ही समझ आता है-काम कर, कामई कर, करम कर’
10 फीसदी किसी नेक काम में योगदान दिया
ज्यादा से ज्यादा काम करता हूं ताकि ज्यादा से ज्यादा कामायी कर सकूं।; एक्टर ने आगे कहा, मैं अपने सामने आने वाले किसी भी काम को ना नहीं कहता-कैसा भी रोल हो, कैसा भी फंक्शन हो, किसी भी चीज का विज्ञापन करना हो।
क्योकि काम से आती है कामई, और उससे मैं कोशिश करता हूं अच्छे से अच्छा कर्म करने की। पिछले कई वर्षों से मैंने प्रत्येक वर्ष अधिकतम टैक्स का भुगतान किया है, और मैंने बाकी इनकम का 10 फीसदी किसी नेक काम में योगदान दिया है।
अगर आज मैं कम काम, कम फिल्में, कम विज्ञापन करने के बारे में सोचने लगा, तो ये सभी चीजे भी एक तरह से प्रभावित होंगे। मैं सिंपल इंसान हूं…मुझे इतना ही समझ आता है-काम कर, कामई कर, करम कर।
अच्छे से अच्छा कर्म करने की कोशिश करता हूं
बॉलीवुड में साउथ फिल्मों के कई रीमेक्स बन रहे हैं। ऐसे में अक्षय को लेकर यह भी कहा जाता रहा है वह
ज्यादातर रीमेक को हथिया लेते है, जिसके साथ यह भी सवाल उठता है कि क्या बॉलीवुड में ओरिजिनल स्क्रिपिट की कमी है ? इस पर जवाब देते हुए अक्षय ने कहा,;यह पूरी तरह सच नहीं है,
मैं ओरिजिनल स्क्रिप्ट भी करता हूं। मेरी आने वाली फिल्में-पृथ्वीराज, रक्षाबंधन, राम सेतु, ओएमजी 2, गोरखा-सभी मूल स्क्रिप्ट हैं। हां, कुछ रीमेक भी हैं, लेकिन ऐसा इसलिए है क्योकि ये ऐसी फिल्में हैं जिन्हें मैंने देखा और पसंद किया है।
मैं इसे अपने दर्शकों के लिए लाने के लिए उत्साहित हूं क्योंकि मुझे लगता है कि इसके लिए बाजार का दोहन नहीं किया गया है।और यह एकतरफा सौदा नहीं है। यहां तक कि दक्षिण भारतीय फिल्में भी हमारी इंडस्ट्री से स्क्रिप्ट उधार लेती हैं