वाशिंगटन, 06 मार्च अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध का वैश्विक
अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। तेल और अनाज की कीमतों पर इसका असर दिखने भी लगा है।
इस युद्ध के
चलते यूक्रेन से 10 लाख लोगों के पलायन की समस्या खड़ी होने की आशंका है।
आइएमएफ ने यह भी कहा है कि
यूक्रेन ने 1.4 अरब डालर (लगभग 10 हजार करोड़ रुपये) के आपातकालीन वित्तीय मदद का अनुरोध किया है,
जिस पर अगले हफ्ते उसकी बोर्ड में चर्चा होने की उम्मीद है।
आइएमएफ यूक्रेन के पड़ोसी देश मालदोवा के साथ
भी वित्तीय विकल्पों पर चर्चा कर रहा है।
आइएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जार्जीवा की अध्यक्षता में हुई
बोर्ड की बैठक के बाद संगठन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यूक्रेन में अभी अस्थिरता की स्थिति
बनी हुई है।
असाधारण अनिश्चितता के चलते पहले से ही गंभीर आर्थिक हालात हैं। मौजूदा लड़ाई और उससे जुड़ी
पाबंदियों के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था पर और अधिक गंभीर परिणाम पड़ेंगे।
आइएमएफ ने कहा कि आवश्यक
वस्तुओं की कीमतों पर पहले से ही अत्यधिक दबाव है। युद्ध के चलते महंगाई और बढ़ने का खतरा पैदा हो गया
है। बढ़ती कीमतों का असर पूरी दुनिया में देखने को मिलेगा।
युद्ध ग्रस्त यूक्रेन को आर्थिक क्षति का सामना करना
पड़ रहा, वहीं यूक्रेन और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी झकझोर कर रख दिया है।