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नोएडा, 11 मार्च  उत्तर प्रदेश में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में गौतमबुद्ध नगर जिले के
तीनों विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम पर नोटा (उपरोक्त में से कोई नहीं) का विकल्प चुनने वाले मतदाताओं की संख्या
पिछले चुनावों के मुकाबले ज्यादा है। आधिकारिक चुनावी नतीजों से यह बात सामने आई है।

गौतमबुद्ध नगर
जिले की नोएडा, दादरी और जेवर सीट पर 2017 की तरह ही 2022 में भी क्रमश: भाजपा के पंकज सिंह, तेजपाल
नागर और धीरेंद्र सिंह की जीत हुई।

निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, 2022 में नोएडा में नोटा बटन दबाने वाले मतदाताओं की संख्या
2,463 यानी 0.71 फीसदी, दादरी में 2,033 यानी 0.57 फीसदी और जेवर में 1,694 यानी 0.73 प्रतिशत थी।
वेबसाइट पर उपलब्ध पिछले चुनावों के आंकड़ों से पता चलता है

कि 2017 में नोएडा में नोटा का विकल्प चुनने
वाले मतदाताओं की संख्या 1,787 यानी 0.71 प्रतिशत, दादरी में 1,665 यानी 0.63 प्रतिशत और जेवर में 1,276
यानी 0.61 प्रतिशत थी।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2017 में नोटा मतदान प्रतिशत के लिहाज से नोएडा में चौथे, दादरी में छठे और
जेवर में पांचवें पायदान पर था।

वहीं, हालिया चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2022 में नोटा नोएडा में छठे,
जबकि दादरी और जेवर में पांचवें स्थान पर रहा। मालूम हो

कि भारत में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) पर
नोटा (नन ऑफ द अबव यानी उपरोक्त में से कोई भी नहीं) का विकल्प साल 2013 से उपलब्ध कराया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में इस विकल्प की शुरुआत साल 2017 में हुई थी।