आग लगने की घटनाओं में आठ लोगों की मौत
नई दिल्ली, 12 मार्च राजधानी दिल्ली में मार्च की पहली तारीख से 12 तारीख के बीच आग लगने की
चार बड़ी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई।
इन घटनाओं में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। इनमें सात
लोगों की मौत शुक्रवार व शनिवार की दरमियानी रात गोकुलपुरी इलाके में स्थित झुग्गियों में आग लगने से हुई।
दमकल की 13 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं
शनिवार को अहलेसुबह पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में स्थित 60 झुग्गियों में आग लगने की सूचना
प्रत्यक्षदर्शियों ने दमकल विभाग को दी,
जिसके बाद दमकल की 13 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इसके बाद सुबह 3.30 बजे
दमकलकर्मियों ने दो झुग्गियों से सात शव निकाले
दमकलकर्मियों ने दो झुग्गियों से सात शव
निकाले, जो पूरी तरह झुलसे हुये थे।इससे पहले 10 मार्च को दिल्ली के बवाना स्थित एक फैक्टरी में भीषण आग लगने से एक मजदूर की मौत हो गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दमकलकर्मियों को इस बात की सूचना नहीं थी कि फैक्टरी के भीतर मजदूर मौजूद
है।
आग पर काबू पाने के बाद जब जांच प्रक्रिया शुरू हुई तो मजदूर का शव फैक्टरी की तीसरी मंजिल की सीढ़ियों
पर मिला। हालांकि, उक्त मामले में दमकलकर्मियों ने ड्रोन का भी सहयोग लिया था।
दमकलकर्मियों ने ड्रोन का भी सहयोग लिया
वहीं आठ मार्च को दिल्ली के बवाना औद्योगिक इलाके में स्थित एक प्लास्टिक फैक्टरी में भीषण आग लगने की
सूचना मिली थी। सूचना मिलने पर दमकल विभाग की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग को काबू पर किया था।
उससे ठीक एक दिन पूर्व यानी 7 मार्च को छतरपुर के डेरा गांव स्थित एक टेंट हाउस के गोदाम में भीषण आग
लगने की घटना हुई थी।
उल्लेखनीय है कि राजधानी दिल्ली 1,484 वर्ग किलोमीटर में बसी हुई है। गर्मियों का मौसम शुरू होते ही दिल्ली में
आग लगने की घटनाएं बढ़ने लगती हैं।
राजधानी का दमकल विभाग इसकी अलग से तैयारियां करता है। इसके
बावजूद सैकड़ों झुग्गियां जलकर खाक होती हैं और आग में झुलसने से लोगों की मौत होती है।