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जयपुर, 01 अप्रैल  राजस्थान निवासियों के आज से राज्य सरकारी अस्पतालों में मुफ्त आउट पेशेंट
डिपार्टमेंट (ओपीडी) और इंडोर पेशेंट डिपार्टमेंट (आईपीडी) की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।

साथ ही 80 लाख
उपभोक्ताओं को 50 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। निवासियों के लिए एमआरआई, सिटी स्कैन, डायलिसिस आदि
जैसे मेडिकल टेस्ट निशुल्क किए जाएंगे। साथ ही, दवाओं और अन्य मेडिकल टेस्ट भी मुफ्त ही होंगे।

अधिकारयिों
के मुताबिक, एक अप्रैल से सरकारी अस्पतालों में मुफ्त चेकअप के लिए ड्राई रन शुरू हो गया है।

यह एक महीना
तक जारी रहेगा। सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। यह योजना औपचारिक रूप से

1 मई को शुरू हो
जाएगी। स्वास्थ्य सचिव आशुतोष पेनेकर और मेडिकल शिक्षा के सचिव वैभव गलेरयिा ने मुख्यमंत्री द्वारा किए
गए घोषणा को लेकर जानकारी दी है

कि सभी ओपीडी और आइपीडी सुुविधा राज्य के लोगों के लिए मुफ्त कर दी
गई है।

स्वास्थय मंत्री प्रसादी मीना ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी के पंजीकरण के लिए
कोई फीस नहीं जाएगी।

मरीज सिटी स्कैन, एमआरआई और डायलिसिस जैसी टेस्ट मुफ्त करा सकते हैं। डॉक्टर्स
सुनिश्चित करेंगे कि दवाइयां सरकारी अस्पतालों के दवा केंद्र से उपलब्ध हो सकें।

हालांकि राज्यों के बाहर से आने
वाले मरीजों को शुल्क देना होगा।

शुक्रवार से 80 लाख उपभोक्ताओं को मेडिकल सुविधाओं के अलावा, 50 यूनिट
बिजली मुफ्त दी जाएगी।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वार्षिक बजट घोषणा में कहा था कि लोगों को 50 यूनिट
बिजली मुफ्त उपलब्ध करायी जाएगी।

घोषणा के मुताबिक, बिजली बिल में उपभोक्ताओं को फिक्ड चार्ज, फ्यूल
सरचार्ज और बिजली शुल्क नहीं होगा।

साथ ही, इससे ज्यादा यूनिट खर्च करने पर सब्सिडी भी दी जाएगी। 487 से
780 की सब्सिडी 51 से 350 यूनिट के हिसाब से दिया जाएगा।

हालांकि सब्सिडी के बाद भी, दिल्ली और पंजाब
जैसे पड़ोसी राज्यों की तुलना में राजस्थान में बिजली की लागत ज्यादा है।