रूस की सैन्य तैनाती को लेकर चल रहे तनाव के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा कदम उठाया है।
उन्होंने पूर्वी यूक्रेन के लुहान्स्क और डोनेट्स्क प्रांत को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता दे दी है।
साथ ही रूसी सैनिकों को वहां शांति बनाए रखने का आदेश दिया है। उनके इस फैसले की चारों ओर निंदा की जा रही है।
NATO प्रमुख ने इसे अंतरराष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन बताया है।
बाइडेन ने यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्रों की ‘स्वतंत्रता’ को मान्यता देने के पुतिन के फैसले की कड़ी निंदा की है।
राष्ट्रपति बाइडेन ने सोमवार को एक कार्यकारी आदेश (EO) पर साइन किए।
इसके अनुसार कोई भी अमेरिकी नागरिक इन इलाकों के लोगों के साथ किसी भी तरह का निवेश नहीं कर सकता है और न ही किसी सेवा या आयात-निर्यात की अनुमति होगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की से भी कहा कि अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ मिलकर जल्द इसका जवाब देगा।
UN सेक्रेटरी एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने बताया कि रूस के फैसले ने यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता पर हमला किया है।
संयुक्त राष्ट्र यूक्रेन का पूरी तरह से समर्थन करता है।जर्मनी ने कहा- हम यूक्रेन के साथ
जर्मनी के विदेश मंत्री क्रिश्चियन लिंडनेर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़कर पुतिन गलत कर रहे हैं। पुतिन रूसी लोगों को अलग-थलग कर रहे हैं।