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तबले की थाप नगाड़े की आवाज ढोलक की ताल घुंघरू की झंकार से झूम रहा है सूरजकुंड मेला

अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेला फरीदाबाद

सूरजकुंड से बंदना ठाकुर की रिपोर्ट :-

सूरजकुंड फरीदाबाद सूरजकुंड फरीदाबाद में आज हरियाणा की जानी-मानी डांसर प्रांजल दहिया ने सूरजकुंड के चौपाल की स्टेज पर आते ही धमाल शुरू कर दिया और अपने गीतों से और अपने नृत्य से पूरे सूरजकुंड को गुंजायमान कर दिया।

सूरजकुंड

वहां पर उपस्थित युवा एवं पुलिस कर्मी पर्यटन कर्मी एवं सूरजकुंड मेले के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ नीरज कुमार ने कार्यक्रम से पहले कार्यक्रम को दीप जलाकर शुभारंभ किया प्रांजल ने अपने गीतों से सभी दर्शकों का मन मोह लिया ।

विभिन्न राज्यों से आए हाथों से बने हुए हैंडलूम के सामान

इसी के साथ मेले में विभिन्न राज्यों से आए हाथों से बने हुए हैंडलूम के सामान एवं विभिन्न आइटम ऊपर विभिन्न स्थानों में जाकर दूरदराज से आए हुए हस्त कारीगरों से मुलाकात कर मेले मुलाकात कर मेले के बारे में भी उनसे जानकारी ली एवं उनके बने हुए सामान की भी पूरी जानकारी ली जैसे कि गाना से आए हुए पिएट्टा राम लू।

जोकि कॉटन की दरी एवं जूट की दरी बनाते है । इनका खानदानी पेशा है और इतनी सुंदर दरी बनाते हैं कि मन को मोह लेती है स्टॉल नंबर इनका 309 है ।

आपके मन को मोह लेंगे बहुत ही सुंदर कलर में सूट]

आप जाकर देख सकते हैं खरीद सकते हैं इसी के साथ मध्य प्रदेश सीहोर से आए जितेंद्र सूर्यवंशी ने स्टॉल नंबर 345 पर चंदेरी सिल्क चंदेरी कॉटन एवं बुटीक सूट जोकि हाथों से बने हुए ब्लॉक प्रिंटिंग सूट आपके मन को मोह लेंगे बहुत ही सुंदर कलर में सूट और दुपट्टे आपको देखने को मिलेंगे

इसी के साथ महेश कुमार स्टॉल नंबर 470 जोकि राजस्थान उदयपुर से आए हुए हैं यह जोधपुरी जयपुरी चप्पल नागरा मादड़ी जूती जो कि आपके बच्चों को आपके फैमिली के मन को मोह लेगी बहुत ही सुंदर बहुत ही सजावट में आपको यह स्लीपर चप्पल जो है।

आप मेले में जाकर जरूर इसका लाभ उठाएं

आपको मिलेगी और बहुत ही कम दाम में यह दे रहे हैं आप मेले में जाकर जरूर इसका लाभ उठाएं। इसी के साथ पीलीभीत पीलीभीत उत्तर प्रदेश से आए राजीव कुमार स्टॉल नंबर 453 जोकि पीलीभीत में नगर पालिका में सफाई के काम में कार्यरत हैं उनको उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह स्टॉल दी गई है।

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उन्होंने इस स्टाल में बहुत ही यूनिक यंग गर्ल्स के लिए जोकि सूट हुआ बहुत सारी ड्रेस कोड यंग गर्ल्स के लिए लेडीस के लिए बच्चों के लिए भी उन्होंने बहुत ही उम्दा कॉटन से बनी हुई।

आपको कुर्ते पैंट पीस कॉटन ड्रेस आपको उपलब्ध होगी

भरपूर रंगों से रंग सजी हुई डिजाइनों में यह रंग बिरंगी कॉटन की आपको कुर्ते पैंट पीस कॉटन ड्रेस आपको उपलब्ध होगी इसका लाभ जरूर उठाएं यहां इसी के साथ मिर्जापुर उत्तर प्रदेश से आए नसरुद्दीन जोकि रेड कारपेट हाथों से बने हुए कारपेट

जोकि सिल्क से उनसे कॉटन से बढ़ाकर बहुत ही सुंदर डिजाइन में बहुत ही यूनिक डिजाइन में और कलरफुल डिजाइन में उन्होंने तैयार किए जो बहुत ही सस्ते दामों में सूरजकुंड में वह बेच रहे हैं ।

आप सभी एक बार जरूर वहां जाकर देखें और अपने घर को सजाने के लिए कारपेट का इस्तेमाल करें।

बैजलेे का एक ही सपना शाकाहारी स्वस्थ भारत हो अपना

इसी के साथ दुनिया भर में मशहूर सोयाबीन से बनी हुई सोयाबीन का भाव सोयाबीन की अंडा भूर्जी सोया चिकन सोया सटीक स्वयं ईटीका शाकाहारी चिकन बर्गर यह एक स्टॉल सूरजकुंड में फूड कोर्ट के सामने बैजले के नाम से लगी है एक बार जरूर आप परिवार के साथ जाए बैजलेे का एक ही सपना शाकाहारी स्वस्थ भारत हो अपना ।

इसी के साथ हरियाणा में होटल मैनेजमेंट की ओर से फूड कोर्ट की एक स्टॉल लगाई गई है जिसमें होटल मैनेजमेंट के बच्चे वहां पर कार्यरत हैं और यह फूड कोर्ट में मेले में अधिकारियों के लिए भोजन की व्यवस्था के लिए बनाया गया है ।

सूरजकुंड मेले में मुझे हर साल सेवा का मौका दिया जाता है

जिसके इंचार्ज प्रवीण यादव हैं करीब 21 साल से वह पर्यटन विभाग में होटल मैनेजमेंट में हरियाणा सरकार में कार्यरत हैं और यह काम करते हुए उनको बहुत अच्छा लगता है उनको लगता है कि मुझे सभी की सेवा करने का जो आनंद है वह कहीं नहीं है

और मैं बहुत खुश हूं भाग्यशाली हूं कि सूरजकुंड मेले में मुझे हर साल सेवा का मौका दिया जाता है मैं आपके पत्र के माध्यम से हरियाणा के सभी अधिकारियों का मैं धन्यवाद करना चाहता हूं इसी के साथ हरियाणा फरीदाबाद जेल के सुपरिंटेंडेंट श्री नवीन छिल्लर जी जो कि फरीदाबाद जेल में है सुपरिंटेंडेंट है ।

सभी तरह की चीजें हमारे कैदी जेल की फैक्ट्री हैं

उन्होंने बताया यह स्टाल कैदियों द्वारा बहुत ही यूनिक तरीके से खाने का फर्नीचर का एवं पूरे जो घर में काम आने वाली वस्तुएं हैं या खाने वाली हैं लगाने वाली है वह सभी तरह की चीजें हमारे कैदी जेल की फैक्ट्री हैं उनमें वह काम करते हैं। उसका उन्हें मेहनताना मिलता है और उनको सुधार करने के लिए यह काम उन से लिया जाता है।

ताकि वह या काम करके अपने आपको अपने परिवार को जब बाहर निकले तो अपने आप को अपने परिवार को पाल सके और अपने आप को सुधार सके दोबारा इस दलदल में ना पड़े इसलिए यह काम उनको सिखाया जाता है ।

और वहां उनको इसकी तक खा भी दी जाती है और हमारे संवाददाता के रिक्वेस्ट पर उन्होंने कहा कि एक बार आपको जरूर विजिट कर आएंगे आप आए और वहां की फैक्ट्री जिस तरह के कैदी काम करते हैं और हम आपको जरूर एक बार विजिट कराएंगे जय हरियाणा जय सूरजकुंड।

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