यूक्रेन को अपना फायदा देखना चाहिए :अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर
अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर ने यूक्रेन और रूस के युद्ध में सुझाव दिया है कि पश्चिम जितना इसमें बढ़ेगा उतना की फंसता जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन को युद्ध रोकने के लिए रूस को अपनी कुछ जमीन दे देनी चाहिए।जेलेंस्की ने कहा कि रूस चाहे जो कर ले वह अपनी जमीन नहीं देने वाले।
हेनरी किसिंजर (98) दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में बोल रहे थे। किसिंजर ने कहा कि यूक्रेन को रूस के साथ बातचीत करनी चाहिए, क्योंकि एक समय जब तनाव ज्यादा बढ़ जाएगा तो यह संभव नहीं होगा और यूक्रेन ही इससे कमजोर होगा।
समिट की शुरुआत यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने अपनी स्पीच से की
इस समिट की शुरुआत यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने अपनी स्पीच से की थी। यहां उन्होंने कहा, ‘अगर दुनिया ने रूस को जवाब नहीं दिया तो एक बार फिर क्रूर शक्ति राज करेगी। अगर रूस युद्ध जीता तो ये समिट निरर्थक हो जाएगा। इस साल समिट की थीम हिस्ट्री एट ए टर्निंग प्वॉइंट है।’
हजारों यूक्रेनी लोगों की मौत : जेलेंस्की
किसिंजर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जेलेंस्की ने कहा, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि रूस क्या करता है। हजारों यूक्रेनी लोगों की मौत हुई है। बूचा और मारियोपोल के बावजूद भी इस तरह की राय दी जा रही है। हमारे शहर नष्ट हो गए। रूस ने फिल्टरेशन कैंप बना रखे हैं जहां वह यूक्रेनी लोगों को जानवरों की तरह मारते हैं।
रूस के यूक्रेन के 40 शहरों पर हमले बड़े
रूस और यूक्रेन के 3 महीने से ज्यादा बीत चुके हैं. ये युद्ध बहुत ही गंभीर रूप लेता जा रहा है. यूक्रेन ने अपने ताजा बयान में दावा किया है कि रूस ने उसके पूर्व के 40 शहरों पर बड़े हमले करने शुरू कर दिए है. डोनबास के इलाके में भारी बमबारी हो रही है.
यूक्रेन के मुताबिक, डोनबास के इलाके में इतनी भारी बमबारी हो रही है कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. इन सबसे पश्चिमी देशों की चिंता और बढ़ गई है क्योंकि यूक्रेन ने रूस पर गेंहू के निर्यात पर भी पाबंदी लगाने का आरोप लगाया गया है
यूक्रेन ने नाटो देशों से गुहार लगाई
रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज करते हुए इस्कंदर मिसाइल का इस्तेमाल किया है. यूक्रेन ने भी माना है कि लुहांस्क क्षेत्र में रूस का दबदवा है.
इसी बीच पुतिन ने एक ऐसे रॉकेट से यूक्रेन पर हमला किया है जो हवा में ही भूकंप ले आता है। रूस के इस बम से यूक्रेन हिला हुआ है। यूक्रेन ने नाटो देशों से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द उसे भी इसी तरह के हथियारों की सप्लाई की जाए।
ये बम थर्मोबेरिक हैं, जो फटते ही अपने आसपास मौजूद ऑक्सीजन को जला देता है। ये बम इंसान के फेफड़ों में मौजूद ऑक्सीजन को भी खींच कर जला देता है।इस बम से दुश्मन की दर्दनाक मौत होती है।
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस ने TOS-1 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर से दोनास्क ओबलास्ट में हमला किया। ये रॉकेट लॉन्चर एक साथ 24-30 मिसाइल दाग सकता है।
ऑस्ट्रेलिया की स्ट्रैटीजिक पॉलिसि इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ विश्लेषक डॉ मार्कस हेलर, ने बताया कि ये बेहद खतरनाक हथियार है। थर्मोबेरिक हथियार मुख्य रूप से दुश्मन की डिफेंसिव पोस्ट को खत्म करने के लिए है।लेकिन ये अवैध नहीं है। ये रॉकेट जमीन से 100 फीट ऊपर दो हिस्सों में टूट जाता है। एक हिस्सा हवा में फटता है जो भयंकर गर्मी और आग पैदा करता है, वहीं बम का दूसरा हिस्सा गिरने के बाद जमीन में झटका पैदा करता है।
यूक्रेन का दावा 24 फरवरी से 26 मई तक 29,600 रूसी सैनिक मारे 1315 टैंक खत्म
यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने कहा, ‘रूस TOS-1s बम से हमला कर रहा है। यूक्रेन भी इस हमले का जवाब देना चाहता है। ऐसा करने के लिए हमें नाटो के मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम की तुरंत जरूरत है।’ यूक्रेन की ओर से दावा किया जा रहा है कि 24 फरवरी से 26 मई तक 29,600 रूसी सैनिक मारे गए हैं। यूक्रेन का ये भी दावा है कि रूस के 1315 टैंक खत्म हुए हैं।
यूक्रेनी बंदरगाहों पर रूसी सेनाओं का कब्जा गेहूं की आपूर्ति बंद
काला सागर के तट पर स्थित यूक्रेनी बंदरगाहों पर रूसी सेनाओं का कब्जा है। इसके चलते वहां पर हर तरह के जहाजों का आवागमन बंद है। इसी के चलते वहां से करीब तीन महीने से गेहूं की आपूर्ति बंद थी, जिसके चलते दुनिया में खाद्यान्न संकट पैदा हो रहा है।
डोनबास में इस समय दोनों पक्षों में भीषण लड़ाई चल रही है। रूसी सेना पूर्वी यूक्रेन के डोनेस्क और लुहांस्क प्रांतों पर पूर्ण कब्जे की कोशिश कर रही है। डोनेस्क के स्वीत्लोडार्स्क समेत तीन शहरों पर रूसी सेना का कब्जा हो गया है। क्षेत्रीय गवर्नर पाव्लो किरिलेंको ने यह जानकारी रेडियो फ्री यूरोप को दी है।