शीर्ष अदालत द्वारा सीबीएसई, सीआइएससीई समेत विभिन्न राज्यों के बोर्ड को निर्देश दें कि परीक्षाओं का आयोजन ऑफलाइन/फिजिकल मोड में न किया जाए।
साथ ही स्टूडेंट्स की मांग है सुप्रीम कोर्ट में ऑफलाइन बोर्ड परीक्षाओं के विरूद्ध दायर याचिका पर 21 फरवरी 2022 को सुनवाई की जा सकती है।
स्टूडेंट्स और पैरेंट्स का तर्क है कि जब कक्षाओं का आयोजन ऑनलाइन मोड में किया गया है तो परीक्षाओं का आयोजन ऑफलाइन मोड में नहीं किया जाना चाहिए।
10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र भी बोर्ड परीक्षा को लेकर डरे हुए हैं, क्योंकि शायद ही कोई ऑफलाइन शिक्षा आयोजित हुई है। ऐसे में हम छोटे बच्चों को बोर्ड परीक्षा देने के लिए कैसे कह सकते हैं।