
148 स्वास्थ्य केंद्रों पर लगा आरोग्य मेला, 3965 मरीजों का हुआ इलाज

मौसम में बदलाव जिले के 148 स्वास्थ्य केंद्रों पर रविवार को आरोग्य मेला लगाया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ पोस्ट पर लगे शिविर में बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे। सभी केंद्रों पर कुल 3965 मरीजों का इलाज हुआ। मेले में बुखार, डायरिया, उल्टी-दस्त, खांसी-जुकाम जैसे मौसमी बीमारियों सहित मधुमेह, ब्लडप्रेशर और जोडों में दर्द के मरीज पहुंचे। इसके अलावा बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी कराया गया।
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जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि मौसम में नमी और गर्मी के कारण इन दिनों बैक्टीरियल संक्रमण तेजी से फैल रहे हैं, जिसके चलते उल्टी-दस्त और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है।शिविर में लोगों को खानपान के प्रति भी जागरूक किया खासकर बच्चों के लिए उनकी माताओं को बताया गया कि बच्चों को बाहर का और खुले में बिकने वाले भोजन ना करने दें। घर में भी साफ-सफाई के साथ भोजन बनाएं और ताजा भोजन कराएं।
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छोटे बच्चों को दूध पिलाने से पहले बर्तन और बोतलों की अच्छे से सफाई करें

पानी उबाले कर पिलाएं। जन-आरोग्य स्वास्थ्य मेले में 70 रोगियों ने उपचार कराया निवाड़ी मार्ग पर शिवपुरी स्थित नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर रविवार को आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेले में 70 रोगियों ने उपचार कराया। चिकित्सा प्रभारी डॉ. वैभव कृष्ण के नेतृत्व में टीम ने स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंचे रोगियों की जांच कर उनका उपचार किया। डॉ. वैभव कृष्ण ने बताया कि 70 लोग उपचार कराने के लिए पहुंचे। इनमें बुखार, खांसी, फंगल इंफेक्शन, मधुमेह और उच्च रक्तचाप के रोगियों की संख्या ज्यादा रही।
अल्ट्रासाउंड के लिए मिल रही 15 दिन की तारीख
गाजियाबाद। एमएमजी अस्पताल में अभी भी मरीजों को लंबी तारीख दी जा रही है। अस्पताल में दो रेडियोलॉजिस्ट तैनात हैं लेकिन मरीजों को सात से आठ दिन आगे की तारीख मिल रही है। अस्पतालों में रोजाना लगभग 1500 से 2000 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं जिसमें से अल्ट्रासाउंड कराने वाले मरीजों की संख्या लगभग 80-90 मरीज पहुंचते हैं। फिलहाल अस्पताल में 45 से 50 अल्ट्रासाउंड हो पा रहे हैं। बाकी मरीजों को वापस लौटना पड़ता है या जिन मरीजों को तत्काल जांच की आवश्यकता होती है वह निजी सेंटर पर जांच कराते हैं। नेहरूनगर निवासी संजय ने बताया कि पेट में दर्द की वजह से अल्ट्रासाउंड कराना था लेकिन सात से आठ दिन बाद आने को कहा गया जिसके बाद निजी लैब में जांच कराई है। अस्पताल के सीएमएस डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि अल्ट्रासाउंड मशीन एक ही होने की वजह से परेशानी आ रही है।
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