
राष्ट्रपति पेजेशकियन ने इस्राइल-अमेरिका से टकराव के बाद तोड़े संबंध

ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने देश के महत्वपूर्ण परमाणु केंद्रों पर अमेरिकी हवाई हमलों के बाद बुधवार को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के साथ सहयोग रोकने का आदेश दिया। iran के सरकारी मीडिया ने राष्ट्रपति के इस फैसले की जानकारी दी है। ईरानी संसद ने आईएईए के साथ सहयोग निलंबित करने का हाल ही में एक कानून पारित कर चुका है। अब इस कानून को सांविधानिक निगरानी निकाय की मंजूरी भी मिल गई है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस कदम का संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था आईएईए पर क्या प्रभाव पड़ेगा। विएना स्थित यह एजेंसी वर्षों से ईरानी एटमी कार्यक्रम की निगरानी कर रही है। कानून पारित होने के बाद, iran सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को विधेयक और कार्यान्वयन
की निगरानी करनी थी, जबकि परिषद ने अभी कुछ नहीं कहा है। इसलिए उनके आदेश से संकेत मिलता है कि बिल लागू होगा। बता दें, ईरानी परमाणु केंद्रों को काफी क्षति पहुंचाने के बाद भी उसने अपने एटमी संवर्धन कार्यक्रम को जारी रखने का संकल्प लिया था।
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परमाणु स्थल पर गंभीर क्षति : ईरान>>>Visit: Samadhanvani

ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराधची ने स्वीकार किया है कि देश के प्रमुख फोडों परमाणु स्थल पर अमेरिकी बमबारी ने गंभीर और भारी क्षति पहुंचाई है। कोई भी ठीक से नहीं जानता कि फोडों में क्या हुआ है। उन्होंने कहा, हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि उन्हें फिर से शुरू किया जा सकता है या नहीं। अराघची ने कहा, iran का परमाणु ऊर्जा संगठन फिलहाल उसे होने वाली क्षति का मूल्यांकन और आकलन कर रहा है। वह बोले, बमबारी से संवर्धन तकनीक विज्ञान नष्ट नहीं हो सकता।