
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर ट्रंप ने क्या कहा?
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से पुष्टि की है कि Indiaऔर अमेरिका जल्द ही बहुत कम टैरिफ (आयात शुल्क) पर व्यापार समझौते को अंतिम रूप देंगे। इस डील से दोनों देशों को अधिक प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी। ताजा बयान में वह बोले, मुझे लगता है कि हम India के साथ एक डील करने जा रहे हैं और यह एक अलग तरह का समझौता होने जा रहा है। इसमें हम आगे बढ़कर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होंगे। वार्ता अब महत्वपूर्ण चरण में पहुंच चुकी है।भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता छठे दिन भी जारी रही। India अपने उत्पादों के लिए अधिक बाजार पहुंच की मांग कर रहा है। उधर, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, अभी, भारत किसी को भी स्वीकार नहीं करता है। मुझे लगता है कि भारत ऐसा करने जा रहा है, यदि वे ऐसा करते हैं, तो हम बहुत कम टैरिफ के लिए एक समझौता करने जा रहे हैं। दोनों देश टैरिफ वृद्धि पर 90 दिनी विराम की 9 जुलाई को समय सीमा से पहले द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत कर रहे हैं। मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में आारत ने कृषि मामलों पर सख्त रुख अपनाया है। लेकिन इसके बीच में ट्रंप का बयान अहम है। इससे पहले उन्होंने 27 जून को भारत से बड़ा व्यापार समझौता होने के संकेत देते हुए द्विपक्षीय वार्ता प्रक्रिया में बड़ी प्रगति पर आश्वासन जताया था। उन्होंने कहा था कि भारत के साथ सौदा अंतिम चरण में है।>>>Visit: Samadhanvani
भारत-अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता वाशिंगटन में हो रही है

अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत के साथ हमारे संबंधों को आगे भी जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता को देखते हुए भारत के पास उससे मुकाबले की हर सक्षमता है। ऐसे में भारत निश्चित ही अमेरिका का प्रमुख रणनीतिक साझेदार है। India से संबंध बढ़ाने के लिए उनके पूर्व प्रशासन ने 2016-20 के बीच काफी कोशिशें कीं और इसमें पीएम नरेंद्र मोदी का पूरा साथ मिला आनुवंशिक रूप से संशोधित फसलों सहित कृषि उत्पादों पर शुल्क कम करने पर जोर दे रहा है। India अपने श्रम-प्रधान निर्यातों, जैसे कि कपड़ा और परिधान, रत्न और आभूषण, चमड़े के सामान, और झींगा, तिलहन, अंगूर और केले जैसे कृषि उत्पादों के लिए तरजीही पहुंच चाहता है। तत्काल अंतरिम समझौते से परे, दोनों देश एक व्यापक द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) की दिशा में काम कर रहे हैं, जिसका पहला चरण 2024 की शरद त्रऋतु तक पूरा होने का लक्ष्य है।जिसमें India का नेतृत्व वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल कर रहे हैं। भारतीय दल ने अपनी यात्रा अवधि बढ़ाते हुए व्यापार समझौते पर 9 जुलाई से पहले निष्कर्ष तक पहुंचने का मन बनाया है। विस्तारित वार्ता ऐसे समय में हुई है जब दोनों देश निलंबित 26% पारस्परिक शुल्क की वापसी का सामना कर रहे हैं। 2 अप्रैल को ट्रंप प्रशासन ने टैरिफ को 90 दिनों के लिए रोका था, लेकिन समझौता न होने पर वे फिर से शुरू हो जाएंगे।
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