
एशिया कप में भाग लेने भारत आएगी पाकिस्तान हाकी टीम

पाकिस्तान हाकी टीम को अगले महीने भारत में एशिया कप और नवंबर-दिसंबर में होने वाले जूनियर हाकी विश्व कप में भाग लेने की अनुमति देने के साथ ही केंद्र सरकार ने पड़ोसी देश के खिलाड़ियों के यहां होने वाली बहुराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के रास्ते खोल दिए हैं। खेल मंत्रालय के सूत्र ने गुरुवार को कहा कि बहुराष्ट्रीय टीमों के टूर्नामेंट में हम अपनी टीम को Pakistan से खेलने से नहीं रोकेंगे, क्योंकि ऐसा करना ओलिंपिक चार्टर का उल्लंघन होगा। हल्की एशिया कप 29 अगस्त से सात सितंबर तक बिहार के राजगीर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारत सहित आठ टीमें भाग लेंगी। वहीं जूनियर हाकी विश्व कप चेन्नई व मदुरै में 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक खेला जाएगा। सूत्र ने कहा कि हम किसी भी टीम के भारत में बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेने के विरुद्ध नहीं हैं लेकिन द्विपक्षीय प्रतियोगिता अलग होती है
तरराष्ट्रीय खेलों की मेजबानी से हम पीछे नहीं हट सकते। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है, लेकिन वे बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में एक दूसरे से खेलते हैं। भारत-पाकिस्तान की टीमों ने मई में ओमान में 10वीं एशियाई बीच हैंडबाल चैंपियनशिप में एक दूसरे के विरुद्ध खेला था। सूत्र ने कहा कि अगर हम उन्हें खेलने की अनुमति नहीं देते हैं तो यह ओलिंपिक चार्टर का उल्लंघन होगा, इसलिए गृह और विदेश मंत्रालय से विमर्श के बाद खेल मंत्रालय ने अनुमति देने का फैसला किया है।यह भी पढ़ें:श्रमिकों को विदेश भेजने के लिए एजेंसियों से खत्म होगी निर्भरता
पाकिस्तानी खिलाड़ियों के भारत में खेलने का रास्ता खुला

हाकी के साथ ही इस साल सितंबर में दिल्ली की कर्णी सिंह रेंज में होने वाले जूनियर निशानेबाजी विश्व कप और सितंबर-अक्टूबर में राजधानी के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में होने वाली विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों के भाग लेने का रास्ता खुल गया है। हाकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि यह हाकी के लिए अच्छी खबर है। हालांकि पाकिस्तान खेल बोर्ड और पाकिस्तान हाकी महासंघ के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस साल भारत में होने वाले हाकी के दो बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए उनके देश की सरकार से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। ‘आपरेशन सिंदूर’ के कारण एशिया कप हाकी टूर्नामेंट में पाकिस्तान की भागीदारी को लेकर संदेह था।>>>Visit: Samadhanvani