
शिमला में गिरा फोरलेन रोड का डंगा

हिमाचल में प्राकृतिक आपदा से नुकसान थम नहीं रहा। मंडी जिले में 30 जून आधी रात को बादल फटने से आई बाढ़ में बहे एक और व्यक्ति का शव सराज के केलटी में मिला। आपदा से जिले में अब तक 16 लोग जान गंवा चुके हैं, जबकि 57 लापता हैं। गुरुवार को शिमला के ढली के समीप लिंडीधार में फोरलेन का डंगा गिर गया। इससे पांच भवनों को खतरा हो गया है। चंबा उपमंडल के जडेरा में बुधवार रात भारी वर्षा के कारण शेडनुमा मकान ध्वस्त होने से दो लोग दब गए। एक की मौके पर ही मौत हो गई, दूसरा घायल है। जंजैहली के होटल क्लब महेंद्रा में ठहरे सभी 60 पर्यटक सुरक्षित हैं। हिमाचल में पुलिस का इनसे संपर्क हो चुका है। गोहर उपमंडल के स्यांज से लापता सात लोगों की तलाश के लिए प्रशासन ड्रोन की मदद लेगा। राज्य सूचना आयुक्त एसएस गुलेरिया ने स्याठी गांव के प्रभावितों को एक लाख रुपये देने की घोषणा की है। आपदा प्रबंधन के निदेशक डीसी राणा ने जानकारी दी कि अभी तक 400 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया है। सबसे बड़ी प्राथमिकता राहत और बचाव हैयह भी पढ़ें:प्रयागराज मंडल के 23 रेलवे स्टेशनों पर काम करने लगा अपग्रेड वर्जन
छह जिलों में भारी वर्षा की आशंका>>>Visit: Samadhanvani

हिमाचल में मौसम विभाग ने चार जुलाई को छह जिलों में भारी वर्षा के साथ बाढ़ की संभावना जताई है। छह, सात व आठ जुलाई को कांगड़ा, मंडी हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी है। 10 जुलाई तक कुछ स्थानों पर भारी वर्षा का अनुमान है। भूस्खलन से अभी तक 246 सड़कें बंद हैं।उत्तराखंड में घरों में घुसा मलबा उत्तराखंड में चमोली के थराली विकासखंड में बुधवार रात अतिवृष्टि से चेपड़ो टूंडरी गांव में
हिमाचल में पानी के साथ आया मलबा छह घरों में घुस गया। कर्णप्रयाग में उमट्टा पुलिया के समीप पहाड़ी पर भूस्खलन हो गया। इसका मलबा एक भवन में घुसने से वहां ठहरे हरियाणा के तीर्थ यात्रियों और भवन स्वामी को परिवार समेत भागकर जान बचानी पड़ी। वहीं, कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा से संपर्क भंग हो गया है। तवाघाट-लिपुलेख, मिलम-मुनस्यारी समेत 22 अन्य सड़कों पर जगह-जगह भूस्खलन से यातायात बाधित रहा।
Youtube