
ऑपरेशन सिंदूर में एकसाथ तीन दुश्मन किए परास्त

उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमा भले ही एक थी, पर भारत तीन दुश्मनों से लड़ रहा था। पाकिस्तान चेहरा था, चीन उसे हथियार और संघर्ष की लगातार जानकारी दे रहा था। वहीं, तुर्किये ने भी उसकी ड्रोन और उसे चलाने वाले विशेषज्ञ भेजकर मदद की। भारतीय सेना ने तीनों को एकसाथ हराकर सैन्य क्षमताओं का
प्रदर्शन किया। उन्होंने चीन पाकिस्तान की तनातनी से निपटने के लिए मजबूत वायु रक्षा प्रणाली की जरूरत पर भी जोर दिया।
उप सेना प्रमुख सिंह ने फिक्की के एक कार्यक्रम में कहा, हमारे पास एक सीमा और दो नहीं, वास्तव में तीन विरोधी थे। चार दिनों तक चले संघर्ष के दौरान चीन पाकिस्तान को हर संभव मदद दे रहा था। पाकिस्तान के पास 81 फीसदी सैन्य हार्डवेयर चीनी हैं। इसलिए चीन ने इस संघर्ष का उपयोग हथियारों के परीक्षण के लिए प्रयोगशाला की तरह किया। डीजीएमओ स्तर की वार्ता के दौरान चीन पाकिस्तान को हमारी कार्रवाई की जानकारी दे रहा था। उप सेना प्रमुख ने चीन की 36 चालों की प्राचीन सैन्य रणनीति व उधार के चाकू से दुश्मन को मारने की रणनीति का जिक्र किया। उन्होंने कहा, चीन खुद सीधे बजाय भारत को नुकसान पहुंचाने पी देश का इस्तेमाल करता है।उधार के चाकू से दुश्मन को मारने की रणनीतियह भी पढ़ें:हिमाचल में आपदा का प्रकोप जारी, 16 की मौत, 57 अभी भी लापता
अमेरिका की मेडिसन कीज विंबलडन टेनिस के तीसरे दौर में हार

उप सेना प्रमुख पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अफगानिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिश कर रहे कम से कम 30 आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया। सेना की मीडिया शाखा ने इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने बताया कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने उत्तरी वजीरिस्तान जिले के हसन खेल क्षेत्र में अफगानिस्तान की तरफ सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया।बता दें कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान की सीमा पर आतंकवाद के नाम पर अक्सर कई मुठभेड़ें होती रही हैं। इनका मुख्य कारण पाकिस्तान में आने वाले अफगान नागरिकों की घुसपैठ को रोकना है। पाकिस्तानी सेना अक्सर ऐसी मुठभेड़ों को आतंकवाद का नाम देकर कई अफगान नागरिकों को मौत के घाट उतारती रही है। आईएसपीआर के मुताबिक, एक त्वरित कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान में घुसने का प्रयास कर रहे 30 आतंकवादियों को मार गिराने के बाद उनके कब्जे से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद किए। इसमें कहा गया कि अफगानिस्तान को यह जिम्मेदारी उठानी चाहिए कि उसकी जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिए विदेशी तत्वों द्वारा न किया जाए।पाकिस्तान ने अफगानिस्तान सीमा से घुसने वाले 30 लोगों को मार गिराया आरोप : घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे खतरनाक आतंकवादी
एक खिलाड़ी जापान की नाओमी ओसाका के साथ बाहर हो गई।
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ओसाका को अनास्तासिया पाव्लुचेंकोवा के खिलाफ 3-6, 6-4, 6-4 से और छठी वरीयता की मेडिसन कीज को 104वीं रैंकिंग की 37 साल की जर्मनी की लॉउरा सिगमंड ने 6-3, 6-3 से पराजित किया। पुरुष वर्ग में यानिक सिनर, कैमरून नौरी, टेलर फ्रिट्ज और आंद्रे रूबलेव अंतिम-
: 16 में पहुंच गए। फ्रांस के 38 साल के गेइल मोनफिल्स को हंगरी के मार्टन ने 6-4, 1-6, 4-6, 7-6(5), 6-4 से हराया। नंबर-1 यानिक सिनर ने यूकिक को 6-1,6-1, 6-3 से हराया।नौरी ने इटली के मैटिया को 7-6 (5), 6-4, 6-3 से हराया। फ्रिज ने स्पेन के डेविडोविच को 6-4, 6-3, 6(5)-7, 6-1 से मात दी। रूबलेव ने मननारिनो को 7-5, 6-2, 6-3 से हराकर तीसरी बार अंतिम-16 में प्रवेश किया।बेन शेल्टन ने दूसरे दौर में रिंकी हिजिकाता को 6-2, 7-5, 6-4 से हरा दिया। यह मैच अंधेरे के कारण तीसरे सेट में उस समय स्थगित कर दिया गया था जब एक सर्विस गेम बाकी था। शुक्रवार को शेल्टन को मैच जीतने में महज 71 सेकंड लगे। उन्होंने तीन ऐस लगाए और मैच फिनिश कर दिया।
तुर्किये की जेनेप ने रचा इतिहास
उप सेना प्रमुख महिला वर्ग में 23 साल की जेनेप सोनमेज ओपन युग (1968) के बाद दोनों वर्गों में तीसरे दौर में पहुंचने वालीं तुर्किये की पहली खिलाड़ी बन गईं। 88वीं शंकंग की जेनेप ने जिनयू वेंग को सीधे सेटों में 7-5, 7-5 से पराजित किया। 71 सेकंड में स्थगित मैच पूरा अनास्तासिया और 37 साल की सिगमंड चौथे दौर में, पुरुष वर्ग में सिनर, नौरी और रुबलेव आगे बढ़ेविंबलडन ओसाका और मेडिसन का सफर तीसरे दौर में खत्म