
तीन दिवसीय कांवड़ मेला 21 जुलाई से 23 जुलाई तक चलेगा

सावन की शिवरात्रि पर दूधेश्वरनाथ मंदिर में तीन से चार लाख की संख्या में भक्तों के पहुंचने की संभावना है। शनिवार को महंत नारायण गिरि ने मंदिर में आयोजित प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में भक्तों की पहुंचने की संभावना को देखते मंदिर में सभी इंतजाम किए गए हैं।महंत नारायण गिरि ने बताया कि तीन दिवसीय कांवड़ मेला 21 जुलाई से 23 जुलाई तक चलेगा। मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग ने बताया कि मंदिर में आने वाले कांवड़ियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। मंदिर के स्वयंसेवक कांवड़ियों की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर रहेंगे। मंदिर में लगातार भंडारा चलेगा।यह भी पढ़ें:हरियाली तीज उत्सव में दिखी भारतीय संस्कृति की16वें संस्करण का भव्य आयोजन
भक्तों के लिए मंदिर में गंगाजल भी उपलब्ध रहेगा>>>Visit: Samadhanvani

सावन की शिवरात्रि पर त्रयोदशी से मंदिर के कपाट 24 घंटे खुले रहेंगे। भक्तों के लिए मंदिर में गंगाजल भी उपलब्ध रहेगा। आचार्य लक्ष्मीकांत पाढी ने बताया कि सावन का पहला प्रदोष व्रत 22 जुलाई यानी मंगलवार को रखा जाएगा।मंगलवार को सुबह से हाजरी का जल चढ़ना शुरू होगा। त्रयोदशी तिथि 22 जुलाई को सुबह 7.06 बजे लगेगी व देर रात 2.29 बजे समाप्त होगी। चतुर्दशी 23. जुलाई को सुबह 04:00 से पूरे दिन कावड़ का जल चढ़ेगा। मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग ने बताया कि मंदिर में देश भर से जलाभिषेक के लिए आने वाले कांवड़ियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मंदिर के स्वयंसेवक कांवड़ियों की सेवा के ‘लिए 24 घंटे तत्पर रहेंगे।



