
आगरा के सदर बाजार थाने में दो सगी बहनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई

अवैध रूप से धर्मांतरण कराने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने छह राज्यों में दबिश देकर 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक युवती भी शामिल है।यह गिरोह युवतियों को बरगलाकर और नौकरी का लालच देकर धर्मांतरण कराता था और फिर उन्हें कट्टरपंथी बनाया जाता था। पुलिस ने कुछ दिन पहले ही बलरामपुर में अवैध धर्मांतरण गिरोह चलाने वाले जलालुद्दीन उर्फ छांगुर और उसके गुर्गों को गिरफ्तार किया था।प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने बताया कि आगरा के सदर बाजार थाने में इस साल मार्च में दो सगी बहनों अमीना (33) और जोया (18) के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने जांच की तो अवैध धर्मांतरण का पूरा खेल सामने आया। जांच में पता चला कि दोनों लड़कियों का ब्रेनवॉश कर अवैध धर्मातरंण किया गया। उन्हें कट्टरपंथी बनाया जा रहा था। बहनों में से एक ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर के रूप में एके 47 राइफल तस्वीर भी डाली थी
राजस्थान में छापे मारकर गिरोह की तस्वीर भी डाली>>>Visit: Samadhanvani

डीजीपी ने बताया कि आगरा से लापता लड़कियों के मामले की जांच की कमान पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार को दी गई। उन्होंने इसके लिए सात टीमें बनाई। सर्विलांस, साइबर सेल से मिली जानकारी के बाद टीम कोलकाता भेजी गई, जहां से दोनों बहनों को मुक्त कराया गया। उनसे मिली जानकारी के बाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत 6 राज्यों बंगाल, गोवा, दिल्ली और राजस्थान में छापे मारकर गिरोह के 10 शातिरों को गिरफ्तार किया। इनमें एक महिला गोवा की आयशा उर्फ एस.बी. कृष्णा भी है।



