54th Foundation Day:केंद्रीय गृह सचिव श्री गोविंद मोहन द्वारा दिए गए डॉ. आनंदस्वरूप गुप्ता स्मारक व्याख्यान का शीर्षक है “नए आपराधिक कानून – नागरिक केंद्रित सुधार।”
54th Foundation Day
54th Foundation Day:गृह सचिव ने शीर्ष राज्य नेता श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए ‘पंच प्राण’ के संदर्भ में साम्राज्यवाद की बेड़ियों को तोड़ने के लिए पुलिसिंग के लिए समकालीन और महत्वपूर्ण कानून की आवश्यकता पर जोर दिया। केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के निर्देशन में, नए आपराधिक कानून पीड़ित पर ध्यान केंद्रित करते हैं और सजा के बजाय न्याय प्रदान करने का लक्ष्य रखते हैं।
भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए, सफल पुलिसिंग, कानून का शासन और गलत कामों और गुंडों के खिलाफ व्यवहार्य कार्रवाई महत्वपूर्ण है। नए आपराधिक कानूनों के विषय पर, केंद्रीय गृह सचिव ने भारतीय पुलिस जर्नल का एक विशेष संस्करण प्रकाशित किया।
श्री गोविंद मोहन द्वारा नए आपराधिक कानूनों के बारे में एक वृत्तचित्र जारी किया गया है। केंद्रीय गृह सचिव ने विशिष्ट सेवा और सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक के 2023 और 2024 प्राप्तकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी। गृह मंत्रालय (MHA) के तहत पुलिस नवप्रवर्तन कार्य एजेंसी (BPR&D) ने आज नई दिल्ली में बेस कैंप में अपना 54th Foundation Day मनाया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह सचिव श्री गोविंद मोहन थे। खुफिया ब्यूरो के निदेशक श्री तपन कुमार डेका, गृह मंत्रालय और अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, साथ ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और केंद्रीय पुलिस संगठनों (सीपीओ) के प्रमुख भी मौजूद थे।
इस बार केंद्रीय गृह सचिव श्री गोविंद मोहन ने “नए आपराधिक कानून – नागरिक केंद्रित सुधार” विषय पर डॉ. आनंदस्वरूप गुप्ता स्मारक व्याख्यान दिया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए “पंच प्रण” के अनुसार, श्री मोहन ने अपने स्मृति व्याख्यान में कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा उपनिवेशवाद की बेड़ियों को तोड़ने तथा अपराध की उभरती प्रकृति को संबोधित करने के लिए समकालीन तथा प्रासंगिक न्यायशास्त्र की आवश्यकता पर बल दिया।
गृह सचिव के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री तथा सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के निर्देशन में विकसित किए गए नए आपराधिक कानूनों का उद्देश्य दंड के बजाय न्याय प्रदान करना है।
केंद्रीय गृह सचिव ने विनियमों की विभिन्न प्रमुख विशेषताओं तथा नई व्यवस्थाओं, विशेष रूप से निवासी अनुकूल उपायों से संबंधित, जैसे कि जीरो FIR तथा E-FIR, स्थानीय क्षेत्र प्रशासन को एक अन्य प्रकार के अनुशासन के रूप में प्रस्तुत करना, पहली बार अपराध करने वालों के साथ अधिक उदार व्यवहार, आदि पर प्रकाश डाला।
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उन्होंने कहा कि संगठित अपराध तथा आतंकवाद की शुरूआत, नए दंड की शुरूआत, महिलाओं तथा बच्चों के विरुद्ध अपराधों से निपटने पर जोर तथा साक्ष्यों के संग्रह तथा प्रसंस्करण के लिए अधिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण सहित कई नए प्रावधान भी शामिल किए गए हैं।
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आधुनिकीकरण और उन्नति में BPR&D की भूमिका
श्री मोहन ने कहा कि नए कानूनों में फोरेंसिक का उपयोग बढ़ाना, जांच प्रक्रिया का डिजिटलीकरण बढ़ाना, न्याय प्रदान करने की प्रक्रिया के लिए समय सारिणी बनाना और पारदर्शिता, जवाबदेही और त्वरित निवारण के लिए विभिन्न प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना भी शामिल है।
श्री गोविंद मोहन के अनुसार, भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए प्रभावी पुलिसिंग, प्रभावी कानून व्यवस्था और अपराधों और अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस आधुनिकीकरण और उन्नति में BPR&D की भूमिका महत्वपूर्ण है।
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केंद्रीय गृह सचिव ने ब्यूरो को बधाई दी और एकमात्र केंद्रीय पुलिस संगठन के रूप में इसके महत्व पर जोर दिया जो अनुसंधान, आधुनिकीकरण, प्रशिक्षण और क्षमता विकास के माध्यम से पुलिसिंग में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए भारतीय पुलिस के “थिंक टैंक” के रूप में अपनी भूमिका के माध्यम से अन्य सभी पुलिस संगठनों और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश पुलिस बलों को जोड़ता है।
2023 और 2024 प्राप्तकर्ताओं को भी श्रद्धांजलि दी
उन्होंने नए आपराधिक कानूनों के समर्थन में अपने महत्वपूर्ण प्रशिक्षण और जनसंपर्क प्रयासों के लिए विशेष रूप से BPR&D की सराहना की, जिसके परिणामस्वरूप आपराधिक न्याय प्रणाली के सभी क्षेत्रों से 9 लाख से अधिक हितधारकों को प्रशिक्षण मिला है।
इस अवसर पर गृह सचिव ने नए आपराधिक नियमों के विषय पर भारतीय पुलिस डायरी, BPR&D के प्रमुख वितरण का एक अनूठा संस्करण प्रस्तुत किया। श्री गोविंद मोहन ने नए नियमों पर दूरदर्शन द्वारा प्रस्तुत एक कथा भी प्रस्तुत की।
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केंद्रीय गृह सचिव ने कार्यक्रम में सराहनीय सेवा (MSM) और विशिष्ट सेवा (PSM) के लिए राष्ट्रपति पदक के 2023 और 2024 प्राप्तकर्ताओं को भी श्रद्धांजलि दी।
इस विशेष अवसर पर, BPR&D के महानिदेशक श्री राजीव कुमार शर्मा ने संगठन के निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन के लिए केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर अन्य लोगों में श्री पंकज कुमार सिंह, उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA),CRPF, BSF, ITBP, NDRF, RPF, NHRC और NTRO के महानिदेशक NCRB के निदेशक, दिल्ली पुलिस के आयुक्त, गृह मंत्रालय के महानिदेशक (पुरस्कार) और BPRD के पूर्व महानिदेशक शामिल थे।