67th Foundation Day:राजस्व सचिव ने DRI से अनुरोध किया कि वह खोज और मांग क्षमताओं में सुधार के लिए अपने कार्यों में AI (ML) और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (सिम्युलेटेड इंटेलिजेंस) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाए और उनका समन्वय करे।
भारत में पायरेटिंग रिपोर्ट 2023-24
DRI का ज्ञान और विश्लेषणात्मक अनुभव रणनीति बनाने में खामियों को पहचानने और उन्हें दूर करने में सहायक है:
सीबीआईसी निदेशक। भारत में पायरेटिंग रिपोर्ट 2023-24 और अप्रैल-सितंबर 2024 की अवधि के लिए डीआरआई की घोषणा – जिसमें चोरी और व्यापार धोखाधड़ी के पैटर्न शामिल हैं – भी जारी किए गए।
राजस्व विभाग, वित्त मंत्रालय के सचिव श्री संजय मल्होत्रा ने आज नई दिल्ली में राजस्व सूचना निदेशालय (डीआरआई) – केंद्रीय कर और सीमा शुल्क (CBIC) के शीर्ष पायरेटिंग विरोधी संगठन – के 67वें स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत की।
श्री संजय कुमार अग्रवाल, कार्यकारी, सीबीआईसी; इस अवसर पर मंच पर CBIC के सेवानिवृत्त एवं सेवारत वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा
श्री शशांक प्रिय, सीबीआईसी; तथा श्री मोहन कुमार सिंह, महानिदेशक एवं महानिदेशक, डीआरआई भी उपस्थित थे। इस अवसर पर 13 विदेशी संस्कृति संगठनों एवं अन्य बहुपक्षीय कार्यालयों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
67th Foundation Day
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री मल्होत्रा ने डीआरआई को उसके 67th Foundation Day पर बधाई दी तथा इस बात पर जोर दिया कि नशीली दवाओं का कारोबार केवल पुलिसिंग नहीं है, बल्कि देश के युवाओं के सामने एक गंभीर सामाजिक चुनौती है।
श्री मल्होत्रा ने देश के भविष्य की समृद्धि को कमजोर करने वाले नशीली दवाओं के गिरोहों को नष्ट करने में डीआरआई की दृढ़ रुचि की सराहना की तथा अपराध के मुख्य संचालकों एवं अपराधियों को पकड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया।
राजस्व सचिव ने वन्यजीव बीमा अधिनियम के तहत अपने नए सुदृढ़ीकरण के बाद वन्यजीवों के साथ व्यवहार करने में डीआरआई की प्रतिबद्धता पर ध्यान दिया।
श्री मल्होत्रा ने निरंतर तकनीकी प्रगति के महत्व पर जोर दिया और डीआरआई को खोज और प्राधिकरण क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए अपने कार्यों में अत्याधुनिक प्रगति, जैसे कि एआई (एमएल) और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (सिम्युलेटेड इंटेलिजेंस) को अपनाने और समन्वयित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
राजस्व सृजन में DRI की मौलिक भूमिका
राजस्व सृजन में DRI की मौलिक भूमिका को पहचानते हुए, श्री मल्होत्रा ने देश के व्यापक वित्तीय हितों के लिए कार्यान्वयन गतिविधियों और निर्बाध वास्तविक विनिमय के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए डीआरआई की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में, डीआरआई के ज्ञान और विश्लेषणात्मक अनुभवों की प्रशंसा करते हुए, श्री संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि ये रणनीति बनाने में खामियों को पहचानने और उन्हें दूर करने में सहायक रहे हैं।
डीआरआई अधिकारियों की प्रतिबद्धताओं और जोरदार प्रयासों की सराहना करते हुए, सीबीआईसी कार्यकारी ने डीआरआई अधिकारियों से अपराधियों द्वारा नवाचार के लगातार बढ़ते उपयोग को रोकने के लिए डीआरआई की तकनीकी और मानवीय क्षमता को और बढ़ाने का आग्रह किया।
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इससे पहले, अपने आमंत्रण भाषण में, श्री मोहन कुमार सिंह ने पिछले वर्ष में ड्रग तस्करी, सोना और वन्यजीव तस्करी, व्यापारिक धोखाधड़ी और अन्य अंतरराष्ट्रीय उल्लंघनों से निपटने में डीआरआई की उपलब्धियों और प्रतिबद्धताओं की विशेषताओं का परिचय दिया।
नौवां संस्करण आयोजित
भारत में तस्करी रिपोर्ट 2023-24 और अप्रैल-सितंबर 2024 की अवधि के लिए डीआरआई नोटिस जारी किया गया, जिसमें तस्करी और व्यापारिक धोखाधड़ी के पैटर्न को दर्शाया गया है। डीआरआई के कार्य और मिशन के लिए उत्कृष्ट प्रतिबद्धता दिखाने वाले अधिकारियों को सम्मान घोषणाएँ प्रस्तुत की गईं।
पहले कार्यक्रम के बाद प्रांतीय संस्कृति आवश्यकता बैठक का नौवां संस्करण आयोजित किया गया, जिसमें 13 देशों और दो अंतरराष्ट्रीय संगठनों जैसे कि यूएनओडीसी और आईएनसीबी ने भाग लिया। बैठक के दौरान तस्करी के खतरे से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग को बेहतर बनाने के विभिन्न तरीकों पर विचार किया गया।