All India Kisan Sabha ने उत्तर प्रदेश सरकार को प्रदेश में अराजक शासन को बंद करने की हिदायत दी
All India Kisan Sabha
गौतम बुध नगर जिले में जारी किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस द्वारा अपनाए जा रहे असंवैधानिक, गैरकानूनी तरीको की किसान सभा कड़े शब्दों में निंदा करती है और राज्य सरकार को हिदायत देती है कि वो अराजक राज को बंद करें और कानून व संविधान के दायरे में रहकर एक जनतांत्रिक सरकार के तौर पर काम करे ना के तानाशाह बने।
इस किसान आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस प्रशासन बेशर्मी पर उतर आया है और संविधान द्वारा दिए गए मौलिक अधिकारों की धज्जियां उड़ाते हुए रातों को लोगों के घर में घुसकर जबरदस्ती उन्हें गिरफ्तार करने व गैर कानूनी तौर पर किसानों को उनके घरों में नजरबंद करने का काम कर रहा है।
किसान आंदोलन
पुलिस द्वारा किसान नेताओं के घर में घुसकर उनके परिवार वालों को धमकाया जा रहा है कई मामलों में तो परिवार सदस्यों जो किसान आंदोलन में सक्रिय नहीं है उन्हें जबरदस्ती घरों से गिरफ्तार किया जा रहा है।
कल किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रूपेश वर्मा के पुत्र को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया जिसे बाद में वकीलों के दबाव उसके चलते छोड़ा गया।
आज भी किसान सभा के संयुक्त सचिव शशांक भाटी के पिताजी को उनके घर से उठा लिया गया और परिवार को हिदायत दी गई कि जब तक शशांक को नहीं पकड़वाया जाता उनके पिता को हिरासत में रखा जाएगा।
इसी तरह अन्य मामलों में भी पुलिस किसान नेताओं पर दबाव बनाने के लिए परिवार के सदस्यों को हिरासत में ले रही है। शासन व प्रशासन के इस तरह के कृत्य पूरे प्रदेश को शर्मसार कर रहे है।
इतने दबाव के बावजूद किसान अपनी उचित मांगों को लेकर आंदोलन में डटे हुए हैं, हर रोज़ सैकड़ों किसान गिरफ्तारियां दे रहे है, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल है और सरकार को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं ये वो कितने भी प्रयास कर ले लेकिन किसान अपने अधिकारों की इस लड़ाई से पीछे हटने वाले नहीं हैं।
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किसानों के लिए जल्द से जल्द कदम उठाएं
गिरफ्तार किए गए किसानों से मिलने सरधना से विधायक व समाजवादी पार्टी के नेता अतुल प्रधान भी मिलने जा रहे थे जिन्हें रामपुर फतेहपुर टोल पर रोक लिया और उन्हें आगे नहीं जाने दिया। जिसका उन्होंने कड़ा प्रतिकार किया। उक्त के लिए किसान सभा उनकी सराहना करती है।
Kisan Sabha प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से मांग करती है कि वह कानून व संविधान के दायरे में रहकर काम करें और किसानों से उनके विरोध करने के अधिकार छीनने का प्रयास ना करे। विरोध कर रहे किसान उन्हीं की प्रदेश के जनता है, इसलिए वह उनकी बात सुनें और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए जल्द से जल्द कदम उठाएं।
अखिल भारतीय किसान सभा गौतम बुद्ध नगर प्रैस विज्ञप्ति 7 दिसंबर 2024
जारीकर्ता
अजीपाल सिंह
कोषाध्यक्ष
किसान सभा गौतम बुद्ध नगर