Prosperity through cooperation : सहयोग संघ द्वारा समर्थित तीन दिवसीय विश्वव्यापी बैठक पुणे में संपन्न हुई
Prosperity through cooperation
भारत सरकार एक सार्वजनिक सहायक कॉलेज की स्थापना कर रही है, जिसके लिए विधेयक बजट बैठक में लोकसभा के समक्ष स्थगित कर दिया गया है।
इसके अलावा, इसे अगली बैठक में अनुमोदित करने के मूड में लिया जाएगा। यह बात आज पुणे में सहभागिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कही। पादरी ने कहा कि भारत सरकार इस बात को स्वीकार करती है और इस पर काम करने का प्रयास करती है कि सह-गतिविधि के माध्यम से समृद्धि प्राप्त की जा सकती है।

सहयोग संघ द्वारा पुणे में वैकुंठ मेहता सार्वजनिक सहायक सोसायटी (VAMNICOM) में आयोजित तीन दिवसीय विश्वव्यापी बैठक आज संपन्न हुई।
बैठक का विषय था ‘सहकारिता के माध्यम से सफलता प्राप्त करना: कम्प्यूटरीकृत विकास और मूल्य श्रृंखला’। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री मुरलीधर मोहोल उपस्थित थे।
पुणे में आयोजित बैठक
आगे बोलते हुए श्री मोहोल ने कहा, “सहकारी क्षेत्र के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक प्रगति हुई है। सरकार ने सहकारी बैंकों को मजबूत करने के लिए विशेष प्रयास किए हैं।”
भागीदारी और सामान्य विमानन राज्य मंत्री श्री मोहोल ने बताया कि पुणे में आयोजित बैठक, सहकारिता के विश्व वर्ष में सरकार द्वारा आयोजित पहला आयोजन था।

एकीकृत देशों की आम बैठक ने 2025 को सहकारिता का विश्व वर्ष (आईवाईसी2025) घोषित किया है। इस वर्ष का विषय है “सहकारिता एक श्रेष्ठ विश्व का निर्माण करती है”।
बागवानी बैंकिंग में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
श्री मोहोल ने बैठक के प्रभावी समन्वय के लिए सीआईसीटीएबी और वैमनीकॉम की सराहना की। उन्होंने आगे कहा कि एशिया और अफ्रीका के भाग लेने वाले देशों के साथ सहयोग के क्षेत्र में संबंधों को मजबूत किया जाएगा।
इस सम्मेलन में नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, लाओ पीडीआर, कंबोडिया, गाम्बिया, केन्या, लाइबेरिया, मॉरीशस, नामीबिया, श्रीलंका और जाम्बिया सहित 12 देशों के लगभग 36 प्रतिनिधि शामिल हुए।
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तीन दिनों तक चले इस सम्मेलन में विशेषज्ञों ने सहकारिता में डिजिटल विकास, सफल सहकारिता की शुरुआत, मूल्य श्रृंखला में चुनौतियां और संभावित अवसर, सहकारिता में स्थिरता, सहकारिता के माध्यम से विकास, वैश्विक सहयोग आदि विषयों पर जानकारी दी।

इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में ग्रामीण विकास फाउंडेशन, आणंद, गुजरात के प्रमुख डॉ. उमाकांत रूण, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रबंधन विभाग के प्रमुख, पुणे के प्रो. पार्थ बीम, लाओ पीडीआर (लाओस) ग्रामीण विकास सेवा,
कृषि और पशुपालन सेवा के प्रतिनिधि प्रमुख जनरल अनोसाक फांगथिमावोंग और गाम्बिया सहायक भर्ती केंद्र के जनरल अब्बा जिब्रील शंकरेह शामिल थे।
बागवानी बैंकिंग में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और प्रशिक्षण केंद्र (CICTAB) ने वैकुंठ मेहता पब्लिक हेल्पफुल सोसाइटी के सहयोग से इस सम्मेलन का आयोजन किया है। VAMNICOM और CICTAB, पुणे की निदेशक डॉ. हेमा यादव ने तीन दिवसीय सम्मेलन की रूपरेखा प्रस्तुत की।