
जम्मू–कश्मीर के सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (LAC) पर सुरक्षा बलों ने दुश्मनों की बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया है। एंटी टैंक माइन का पता उस समय चला जब सुरक्षाबलों की ओर से रामगढ़ सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास कुछ निर्माण कार्य किया जा रहा था।
अधिकारियों ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने दफनाई गई माइन को बाद में बम निरोधक दस्ते के विशेषज्ञों के जरिए सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर दिया। उन्होंने कहा कि बीएसएफ तंगगुर सीमा चौकी क्षेत्र में कुछ निर्माण कार्य कर रही थी। उन्होंने जैसे ही एंटी टैंक माइन को देखा तो तुरंत अपने विस्फोटक विशेषज्ञों को बुलाया जिन्होंने बाद में उसे निष्क्रिय कर दिया।
करीब तीन साल पहले साल 2019 में भी राजस्थान के जैसलमेर में भारत–पाकिस्तान सीमा पर चार एंटी टैंक माइंस बरामद किए गए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये टैंक उस समय मिले थे जब ओएनजीसी की ओर से किसी काम के लिए खुदाई की जा रही थी। चारों टैंक जमीन के अंदर से निकाले गए थे। जिस इलाके में एंटी टैंक माइंस मिले थे वो इलाका 1965 और 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच का युद्ध क्षेत्र रहा था।
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