Deputy Prime Minister of Italy और विदेश मंत्री महामहिम श्री एंटोनियो तजानी ने आज 12 अप्रैल, 2025 को राष्ट्रपति भवन में भारतीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को संबोधित किया।
Deputy Prime Minister of Italy
राष्ट्रपति भवन में उप प्रधानमंत्री तजानी और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और इटली दोनों ही प्राचीन सभ्यतागत विरासत में निहित हैं, जिनका हमारे दर्शन, साहित्य और कला के माध्यम से दुनिया को योगदान देने का गौरवपूर्ण इतिहास है।
हम सदियों से व्यापार और लोगों और विचारों के आदान-प्रदान के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि दोनों देश वर्तमान में जी-20 जैसे बहुपक्षीय मंचों और उभरती प्रौद्योगिकियों, नवाचार और रक्षा में मिलकर काम कर रहे हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश में वृद्धि की बहुत संभावना है। 2047 तक “विकसित भारत” का रोडमैप और भारत की तीव्र आर्थिक वृद्धि औद्योगिक साझेदारी और सहयोग के लिए कई अवसर प्रस्तुत करती है।
उन्होंने इतालवी कंपनियों और सार्वजनिक उपक्रमों को भारत में अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए आमंत्रित किया, विशेष रूप से विनिर्माण और सह-उत्पादन के लिए।
संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना
उन्होंने इतालवी हरित प्रौद्योगिकी कंपनियों से भारतीय उद्योग के साथ सहयोग और साझेदारी की संभावनाएं तलाशने का भी आग्रह किया।

राष्ट्रपति ने कहा कि नवंबर 2024 में रियो में प्रधान मंत्री मेलोनी और प्रधान मंत्री मोदी की बैठक के दौरान घोषित संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना अगले 5 वर्षों का खाका है।
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यह कार्य योजना हमारे संयुक्त प्रयासों को तेज करने के लिए एक मार्गदर्शक ढांचा होगी। राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुई कि इतालवी विश्वविद्यालय और अनुसंधान केंद्र भारतीय भागीदारों के साथ सहयोग की संभावनाएं तलाश रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति ने विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में परिसर खोलने की सुविधा प्रदान की है। भारत में परिसर स्थापित करने के लिए इतालवी विश्वविद्यालयों को आमंत्रित करना संभव है। दोनों नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि आने वाले समय में भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगी।
