First Ever Tranche of Auction of Mineral Blocks:भारत को बुनियादी खनिजों, मौद्रिक लचीलेपन और एक व्यवहार्य भविष्य में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ाने के लक्ष्य,पहली खेप में मध्य पूर्वी महासागर और अंडमान महासागर में फैले तेरह ब्लॉक खरीदे जाने के लिए उपलब्ध हैं
खनिज ब्लॉकों की E-बिक्री की पहली खेप
भारत के समुद्र तटीय क्षेत्रों में खनिज ब्लॉकों की ई-बिक्री की पहली खेप 28 नवंबर, 2024 को कोयला और खान संघ के अध्यक्ष श्री जी. किशन रेड्डी द्वारा भेजी गई। यह मील का पत्थर अवसर भारत के अपने प्रतिबंधात्मक वित्तीय क्षेत्र (ईईजेड) के भीतर अपनी व्यापक समुद्री खनिज संपत्तियों की जांच और उपयोग करने की यात्रा में एक महत्वपूर्ण आगे बढ़ने वाला कदम है।
इस पहले चरण में मध्य पूर्वी महासागर और अंडमान महासागर में फैले 13 खनिज ब्लॉक शामिल हैं, जिनमें खनिजों का मिश्रण शामिल है, जैसे कि विकास रेत, चूना-मिट्टी और पॉलीमेटेलिक नॉब्स और बाहरी परतें। ये खनिज नींव के विकास, नवीन निर्माण और पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा विकास के लिए आवश्यक हैं।
खरीदे जाने वाले ब्लॉकों की बारीकियाँ:
खनिज(एँ) | ब्लॉकों की संख्या | क्षेत्र |
विकास रेत | 3 | केरल के तट से दूर, बेडौइन महासागर |
चूना-कीचड़ | 3 | गुजरात के तट से दूर, बेडौइन महासागर |
पॉलीमेटेलिक घुंडियाँ और आवरण (कोबाल्ट, निकल, आदि युक्त) | 7 | अंडमान महासागर के पास, निकोबार द्वीप समूह |
इस अवसर पर खान सेवा, अन्य केंद्रीय सरकारी सेवाओं और प्रभागों के अधिकारियों, कोरिया गणराज्य, इंडोनेशिया, नीदरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा/उच्चायोग के प्रतिनिधियों,
राज्य विधानमंडलों, उद्योग के अग्रणी, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, संभावित बोलीदाताओं और मीडिया घरानों ने भाग लिया, जो भारत के खनन क्षेत्र के लिए एक उल्लेखनीय क्षण था।
First Ever Tranche of Auction of Mineral Blocks
कोयला एवं खान संघ के अध्यक्ष श्री जी. किशन रेड्डी ने इस अवसर को ऐतिहासिक अवसर बताया, जिसने भारत के खान एवं खनिज क्षेत्र में एक नया आयाम जोड़ा। उन्होंने कहा कि यह अवसर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम है।
उन्होंने कहा कि खनिज की मांग कई गुना बढ़ेगी और भारत वैश्विक खनिज बाजार में अग्रणी खिलाड़ी बनने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही सार्वजनिक खनिज मिशन की शुरुआत करेगा, ताकि देश में खनिज की आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत किया जा सके।
उन्होंने खनन क्षेत्र में काम को आसान बनाने के लिए सरकार द्वारा किए गए बदलावों की रूपरेखा भी प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में बिक्री प्रणाली शुरू होने के बाद 438 खनिज ब्लॉक बेचे गए हैं। इससे राज्यों के राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
भारत के समुद्री खनन अभियान
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत के समुद्री खनन अभियान से खनिज आयात में कमी आएगी, खनन को बढ़ावा मिलेगा और देश में खनन गतिविधियों में वृद्धि होगी।
उन्होंने उद्योग भागीदारों से समुद्री खनन क्षेत्र में भारत को विश्व स्तर पर एक ताकत बनाने के लिए अनुसंधान, खनन और नवाचार विकास में भाग लेने के लिए संपर्क करने का आह्वान किया।
खान मंत्रालय के सचिव श्री वी.एल. कांथा राव ने अपने कार्यालय में पिछले 40-50 वर्षों के दौरान समुद्री तल में खनिज संपदाओं के अनुसंधान के लिए भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण (जीएसआई)
द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला। जीएसआई ने समुद्री खनन की संभावना वाले लगभग छह लाख वर्ग किलोमीटर समुद्री क्षेत्र की पहचान की है। उन्होंने बताया कि जीएसआई द्वारा तैयार की गई सभी अनुसंधान जानकारी सार्वजनिक स्थलाकृतिक सूचना भंडार (एनजीडीआर) पोर्टल पर उपलब्ध है।
श्री राव ने उल्लेख किया कि सरकार ने उद्योग सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समुद्री खनिजों के लिए उचित मूल्य दरों की सिफारिश की है। सरकार ने बिक्री के लिए उपलब्ध सर्वोत्तम ब्लॉकों का सावधानीपूर्वक चयन किया है।
भारत सरकार अधिक समुद्री खनिज ब्लॉकों
उन्होंने उद्योग भागीदारों से देश में समुद्री खनिजों के लिए की जा रही पहली बिक्री में सक्रिय रूप से संपर्क करने और भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार देश में समुद्री अन्वेषण और खनन गतिविधियों में सहायता करने और उनके साथ काम करने के लिए पूरी तरह से समर्पित है।
यह भी पढ़ें:प्रधानमंत्री Jan Arogya Yojana (AB-PMJAY) के साथ अभिसरण पर काम करता है
समुद्री खनिज ब्लॉकों के नाजुक रिकॉर्ड की बिक्री की शुरुआत 3 दिसंबर, 2024 से होगी। नियोजित बोलीदाता फरवरी, 2025 के अंत तक अपनी बोली पेश कर सकते हैं।
खनिज ब्लॉकों, बिक्री की शर्तों और समय-सारिणी के बारे में विस्तृत जानकारी MSTC बिक्री मंच पर https://www.mstcecommerce.com/auctionhome/mlcln/ पर प्राप्त की जा सकती है। ऑनलाइन व्यापार एक सरल दो-चरणीय चढ़ाई आगे की बिक्री प्रक्रिया में संचालित किया जाएगा, जहां खनिज मूल्य के स्तर के आधार पर सबसे अधिक बोली लगाने वाले को विजयी बोली मिलेगी।
भारत सरकार अधिक समुद्री खनिज ब्लॉकों को चरणबद्ध तरीके से बिक्री में रखकर इस ऊर्जा को जारी रखने पर केंद्रित है, जिससे भारत की खनिज सुरक्षा, औद्योगिक प्रगति और प्रबंधनीय विकास की इच्छाओं का समर्थन हो सके।