GW high-tech plant : आज का दिन गुजरात और हमारे देश के लिए यादगार है: श्री प्रहलाद जोशी। पिछले 10 वर्षों में देश में सौर ऊर्जा क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
वर्ष 2014 में यह 2.82 गीगावाट थी, जो आज बढ़कर 104 गीगावाट हो गई है। इसमें 3580% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
GW high-tech plant
GW high-tech plant,केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने गुजरात के चिखली में वार्री एनर्जी की अत्याधुनिक 5.4 गीगावाट की सौर सेल गीगाफैक्ट्री/विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन किया।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स मंत्री श्री कनुभाई देसाई जैसे गुजरात के वरिष्ठ मंत्री; इस अवसर पर गृह, खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री श्री हर्षभाई संघवी, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन एवं जल संसाधन राज्य मंत्री श्री मुकेशभाई पटेल तथा श्री पी.पी. चौधरी उपस्थित थे।

भारत के सबसे बड़े अत्याधुनिक सौर सेल उत्पादन संयंत्र के रूप में, यह ऐतिहासिक उपलब्धि घरेलू सौर आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने तथा आयात पर निर्भरता कम करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। जबकि वैश्विक सौर ऊर्जा मूल्य श्रृंखला भी पारिस्थितिकी तंत्र में शुद्ध निर्यातक और सक्षमकर्ता के रूप में देश की प्रगति में सबसे आगे है।
इस अवसर पर बोलते हुए, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने कहा, “यह शानदार सुविधा भारत की भावना का प्रतीक है तथा वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा परिदृश्य में भारत की बढ़ती विशेषज्ञता के रूप में सामने आती है।
वैश्विक विनिर्माण केंद्र
यह भारत को स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के लिए वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के हमारे राष्ट्रीय दृष्टिकोण के साथ पूरी तरह से संरेखित है। यह संयंत्र न केवल स्थानीय जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि भारत को उन्नत सौर प्रौद्योगिकियों के एक प्रमुख निर्यातक के रूप में भी स्थापित करेगा।”
श्री प्रहलाद जोशी ने आगे कहा कि आज का दिन न केवल वारी एनर्जी के लिए बल्कि गुजरात और हमारे देश के लिए भी एक यादगार दिन है।
वेदों और उपनिषदों सहित हमारे पवित्र ग्रंथों ने हमेशा मानवता और पर्यावरण के बीच सामंजस्य के महत्व पर जोर दिया है। गायत्री मंत्र के महत्व के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले लिखा गया यह मंत्र सूर्य की दिव्य ऊर्जा को समर्पित है। आज भी करोड़ों भारतीय अपने दिन की शुरुआत इसी पवित्र मंत्र से करते हैं।

जबकि सूर्य नमस्कार के माध्यम से भगवान को सम्मान देते हैं। अब जब हम इस गहन आध्यात्मिक परंपरा को दर्शाते हैं, तो यह चौंकाने वाला है कि 2014 तक भारत ने अक्षय ऊर्जा और स्थिरता के क्षेत्र में कोई प्रगति नहीं की थी।
हम स्थिरता के वैश्विक मानचित्र पर कहीं नहीं दिखते थे। श्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री मोदीजी के पदभार संभालने के बाद ही पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति भारत का दृष्टिकोण बदलना शुरू हुआ।
हम न केवल वैश्विक ऊर्जा क्रांति का नेतृत्व कर रहे हैं बल्कि इसमें भाग भी ले रहे हैं। आज हम दुनिया में तीसरे सबसे बड़े अक्षय ऊर्जा क्षमता वाले देश बन गए हैं।
पिछले 10 वर्षों में देश में सौर ऊर्जा क्षमता में असाधारण वृद्धि हुई है, जो 2014 में 2.82 गीगावाट से बढ़कर आज 104 गीगावाट हो गई है, यानी 3580% की उल्लेखनीय वृद्धि।
सोलर पीवी मॉड्यूल
श्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि मॉड्यूल उत्पादन पर भी जोर बढ़ा है और इसकी क्षमता 2014 में 2 गीगावाट से बढ़कर आज 80 गीगावाट हो गई है। 2014 में सोलर सेल और वेफर्स का उत्पादन नहीं था, लेकिन आज भारत में 25 गीगावाट सेल और 2 गीगावाट वेफर्स का उत्पादन होता है।
इसे और बढ़ावा देने के लिए सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसमें कहा गया है कि परियोजनाओं में उपयोग किए जाने वाले सभी सोलर पीवी मॉड्यूल को 1 जून 2026 से अपने सोलर सेल को एएलएम सूची-II से प्राप्त करना होगा।
2030 तक यह पहल भारत के अक्षय ऊर्जा प्रयासों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी सौर सेल की हमारी क्षमता बढ़कर 100 गीगावाट हो जाएगी, जिसमें वेफर उत्पादन 40 गीगावाट तक पहुंच जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने सौर ऊर्जा के वैश्विक विकास में तेजी लाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की सह-स्थापना की। वर्तमान में, 100 से अधिक देशों ने आईएसए के माध्यम से हरित भविष्य के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
कई वर्षों से एक देश (चीन) अक्षय और नए युग के संसाधनों के क्षेत्र में एक शक्तिशाली ताकत रहा है। लेकिन आज भारत विश्वामित्र के रूप में उभर रहा है, वैश्विक दक्षिण की आवाज बन रहा है और एक नई विश्व व्यवस्था का नेतृत्व कर रहा है।
वैश्विक वैश्विक दक्षिण की आवाज बन रहा है और नई विश्व व्यवस्था का नेतृत्व कर रहा है।
पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में
GW high-tech plant उन्होंने कहा कि दुनिया में 195 देश हैं, लेकिन पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, यह भारत ही था जिसने वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड पहल शुरू की। यही कारण है कि, आज, जब यूरोपीय संघ के कॉलेज ऑफ कमिश्नर यूरोपीय महाद्वीप के बाहर पहली बार इसका दौरा करते हैं, तो वे भारत को प्राथमिकता देते हैं।
श्री प्रहलाद जोशी ने कहा, “आज चाहे वह अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी हो, विश्व आर्थिक मंच हो, आईएमएफ हो या विश्व बैंक हो, ये सभी भारत को अग्रणी भूमिका निभाने वाले संस्थान के रूप में देख रहे हैं।

GW high-tech plant ” गुजरात के मुख्यमंत्री श्री मोदी जी ने कहा कि यह सब हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के विजन, गति और स्केल के कारण संभव हुआ है। वे गुजरात के बेटे हैं और उन्होंने इस भूमि से हमें जो नेतृत्व विरासत दी है, उसे आगे बढ़ाया है।
इस भूमि ने हमें महात्मा गांधी और सरदार पटेल दिए। इस भूमि ने भारत को उसकी उद्यमशीलता की पहचान दी है। अक्षय ऊर्जा के विकास की कहानी गुजरात से ही शुरू हुई थी। यह सब तब शुरू हुआ जब मोदी जी इस राज्य के मुख्यमंत्री थे।
फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025
GW high-tech plant गुजरात अब एक ऐसा मॉडल है जिसे पूरे भारत में दोहराया जा रहा है और जो राष्ट्रीय मानक स्थापित कर रहा है। इस संदर्भ में, मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल जी भी मोदी जी के विजन को आगे बढ़ाने में अपने नेतृत्व के लिए प्रशंसा के पात्र हैं।
वे गुजरात को इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में सबसे आगे रखने के लिए काम कर रहे हैं। मैं अन्य राज्यों को भी अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में गुजरात के विकास मॉडल को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता हूँ।
उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण बनाने और अक्षय ऊर्जा में निवेश करने का गुजरात का उदाहरण अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल के रूप में काम करना चाहिए।
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GW high-tech plant केंद्रीय मंत्री जोशी ने बताया कि, विश्व आर्थिक मंच द्वारा जारी की गई फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025 के अनुसार, ग्रीन ट्रांजिशन जैसे क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर रोजगार सृजित करने से 2030 तक 170 मिलियन नौकरियां पैदा होंगी।
इस संख्या में योगदान इस 5.4 गीगावाट सौर सेल विनिर्माण संयंत्र द्वारा उत्पन्न नौकरियों की महत्वपूर्ण संख्या का भी होगा। उन्होंने कहा कि यह सुविधा स्थानीय निवासियों और पेशेवरों दोनों के लिए कई अवसर पैदा करेगी।
श्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि गुजरात एक ऐसा राज्य है जहां नवीकरणीय ऊर्जा कुल ऊर्जा क्षमता का 57% हिस्सा बनाती है, जबकि थर्मल ऊर्जा 43% है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं के तहत राज्य में अपनी प्रगति बढ़ाने की अधिक क्षमता है। पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना के तहत अब तक कुल 3.85 लाख इंस्टालेशन किए गए हैं। इस संख्या को बढ़ाने की जरूरत है।
GW high-tech plant ,केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा कि गुजरात का जुनून सिर्फ व्यापार और वाणिज्य के बारे में नहीं है उन्होंने कहा, हमें गर्व है कि यह संयंत्र अपनी पूरी क्षमता के साथ भारत को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक महाशक्ति बनाने में योगदान देगा।