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भारत ने सीमापार आतंकियों के इलाके में रेकी की,ठिकाने तबाह किए

भारत में दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने का आदेश दिया

भारत ने सीमापार आतंकियों के इलाके में रेकी की ठिकाने तबाह किए

भारत ने सीमापार आतंकियों के लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक की है। मतलब ये कि भारतीय सेना ने पहली बार LoC पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर डाले। ये न सिर्फ उरी हमले का बदला था, बल्कि पाकिस्तान को एक खुली चेतावनी थी कि जब-जब आतंकी हमला होगा, भारत उनके घर में घुसकर मारेगा।

आतंकवादी भारतीय सैनिकों के वेश में LoC को पार कर कश्मीर में घुस आते हैं। उनके निशाने पर है उरी भारतीय सेना का ब्रिगेड हेडक्वार्टर। उजाला होने से पहले आतंकी हमला करते हैं। 3 मिनट के भीतर ही आतंकियों ने 15 से ज्यादा ग्रेनेड कैंप पर फेंके। हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हो जाते हैं। कई घायल हुए।          5G Launch: पीएम मोदी ने किया लॉन्च,आया 5G का जमाना,अब 10 गुना होगी इंटरनेट स्पीड

सेना के जवानों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए आतंकियों पर फायरिंग की। सेना की जवाबी कार्रवाई में चारों आतंकी मारे गए।आर्मी और डिफेंस मिनिस्टर सबकी एक ही राय थी, दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब तो देना ही पड़ेगा। यानी उरी हमले के बाद चुप रहा नहीं जा सकता था। इसके बाद सीमापार जाकर आतंकी ठिकानों, यानी लॉन्च पैड को नष्ट करने का फैसला लिया गया। जल्द ही सभी विकल्पों पर चर्चा की गई।

रेकी टीम का पहला मकसद पूरा हो गया था। टीम को LOC के उस पार आतंकियों लॉन्च पैड तक पहुंचने का सबसे सुरक्षित रूट मिल गया था। मेजर अवनीश कहते हैं कि वैसे तो हम इस तरह का ट्रैक 5 से 6 घंटे में पूरा कर लेते हैं, लेकिन उस दिन हमें करीब 10 घंटे लग गए थे।

भारत मेंऑपरेशन के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई

भारत ने सीमापार आतंकियों के इलाके में रेकी की ठिकाने तबाह किए

ऑपरेशन के लिए अलग-अलगआखिरकार दोनों रेकी टीम अपने टारगेट यानी आतंकियों के लॉन्च पैड के पास पहुंच गए। दोनों टीम ने अपनी पोजीशन ले ली। कुछ जवान तो टारगेट के 250 मीटर के करीब पहुंच गए थे। उनकी वर्दी उन्हें दुश्मन से छिपने में मदद करती है। अब उनका दूसरा लक्ष्य था टारगेट के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाना।भारत में घुसने की तैयारी कर रहा था। सेना को अपने उन मुखबिरों से जो आतंकी संगठन जैश और लश्कर में काम कर रहे हैं।    AIIMS Delhi Recruitment 2022 Field Assistant, DEO, Staff Nurse and Various 11 Posts Online Application

आतंकियों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है। मेजर विनीत खुद भी यही चाहते थे। इस मिशन का लक्ष्य ही यही था कि एक ही हमले में ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को मारा जाए।आतंकियों को रिकॉन टीम के बारे में पता नहीं चला था। यहां एक गलती पूरे मिशन को विफल कर सकती थी। मेजर अवनीश ओर उनकी टीम अभी भी बिल्कुल शांत थी और उम्मीद कर रही थी कि गोलियां उनकी तरफ न चलने लगें।

रेकी टीम का तीसरा लक्ष्य एग्जिट प्लान यानी वापस जाने के लिए एक छोटा और सुरक्षित रास्ता खोजना था। क्योंकि भारतीय सेना के हमले के बाद उस इलाके की पाकिस्तानी फौज जवाबी फायरिंग करेगी और एक पुख्ता प्लान जवानों की जिंदगी और मौत के बीच का अंतर बन सकता था।डिफेंस एनालिस्ट नितिन गाोखले बताते हैं कि अब तक सुरक्षा एजेंसियों ने पता लगा लिया था कि ये आतंकी PoK से आए थे और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। पाकिस्तान की सेना इन्हें पूरा सपोर्ट देती है।

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