फार्मास्यूटिकल्स विभाग (डीओपी), रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने 19 और 20 मार्च, 2025 को सिविल सेवा अधिकारी संस्थान (सीएसओआई), कस्तूरबा गांधी मार्ग, नई दिल्ली में राष्ट्रीय कर्मयोगी Jan Seva Programme का आयोजन किया।
Jan Seva Programme
यह कार्यक्रम क्षमता निर्माण आयोग के सहयोग से आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य नेतृत्व कौशल विकसित करना, समाधान-उन्मुख दृष्टिकोण अपनाना और अपनी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों में सेवा भाव को अपनाना था।
कार्यक्रम का उद्घाटन विभाग में वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार और क्षमता निर्माण इकाई (सीबीयू) के अध्यक्ष श्री अवधेश कुमार चौधरी ने किया, जिन्होंने अपने संबोधन में राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम के महत्व और सिविल सेवकों की भावी पीढ़ियों की भूमिका के बारे में बताया।

उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों में व्यवहार परिवर्तन लाने के महत्व पर भी जोर दिया, जिन्हें सरकारी प्रणाली के अन्य क्षेत्रों में नई कठिनाइयों और उभरती सर्वोत्तम प्रथाओं का सामना करने के लिए प्रासंगिक बने रहने के लिए सीखना और अपने ज्ञान का विस्तार करना जारी रखना चाहिए।
सार्वजनिक सेवा वितरण
उन्होंने प्रभावी सार्वजनिक सेवा वितरण सुनिश्चित करने और राष्ट्र निर्माण के प्रयासों को आगे बढ़ाने में व्यवहारिक दक्षताओं के महत्व को भी रेखांकित किया।
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प्रशिक्षण सत्रों का नेतृत्व फार्मास्यूटिकल्स विभाग की निदेशक डॉ. ऋचा पांडे ने किया और क्षमता निर्माण आयोग के कार्यक्रम समन्वयक श्री मैबाम वारिश ने इसे संचालित किया, जिससे एक व्यापक और प्रभावशाली सीखने का अनुभव सुनिश्चित हुआ।
इस कार्यक्रम का सफलतापूर्वक पूरा होना क्षमता निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अधिकारियों को कुशल, नागरिक-केंद्रित शासन चलाने के लिए आवश्यक कौशल और प्रगतिशील मानसिकता से लैस करता है।
