Jiyo Parsi scheme: प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण मोड के माध्यम से, पोर्टल पारसियों के लिए ऑनलाइन आवेदन करना, उनके आवेदन की स्थिति की जांच करना और ऑनलाइन वित्तीय सहायता प्राप्त करना संभव बना देगा।
Jiyo Parsi scheme
इस अनूठी योजना के लिए एक वेब पोर्टल अधिक पारसी जोड़ों के लिए इसका लाभ उठाना संभव बना देगा। अल्पसंख्यक मामलों के संघ के पादरी श्री किरेन रिजिजू ने आज जियो पारसी योजना गेटवे को रवाना किया।
अल्पसंख्यक सेवा के राज्य पादरी श्री जॉर्ज कुरियन, NVM के निदेशक श्री इकबाल सिंह लालपुरा और अल्पसंख्यक लोक आयोग के अध्यक्ष श्री केरसी कैखुशरू देबू और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
श्री किरेन रिजिजू ने कार्यक्रम में बोलते हुए पारसी समुदाय की समृद्ध विरासत और संस्कृति और उनकी जनसंख्या में गिरावट को रोकने की उनकी चिंता पर जोर दिया। पादरी का मानना था कि इस विशेष योजना के रूप में प्रशासन की मध्यस्थता भविष्य में स्थानीय क्षेत्र के लिए अधिक प्राकृतिक उत्पाद लाएगी।
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उन्होंने पात्र पारसी दम्पतियों से कार्यक्रम का लाभ उठाने, अपने समुदाय को मजबूत बनाने और राष्ट्र को मजबूत बनाने में सरकार की सहायता करने का आग्रह किया। मंत्री ने कहा कि वेब पोर्टल बनाकर अधिक पारसी दम्पति इस अनूठे कार्यक्रम का लाभ उठा सकेंगे।
मानक नैदानिक सम्मेलन
वे ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकेंगे, अपने आवेदन की स्थिति की जांच कर सकेंगे और पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) मोड का उपयोग कर सकेंगे।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा अनूठी जियो पारसी केंद्रीय क्षेत्र योजना को संरचित हस्तक्षेपों और एक वैज्ञानिक प्रोटोकॉल के माध्यम से पारसी आबादी को स्थिर करने और उनकी आबादी में गिरावट की प्रवृत्ति को उलटने के लक्ष्य के साथ लागू किया गया था।
यह योजना पारसी दम्पतियों को मानक नैदानिक सम्मेलन के तहत नैदानिक उपचार और बाल देखभाल और वृद्धों की देखभाल के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। कार्यक्रम ने अपनी शुरुआत से अब तक 400 से अधिक पारसी बच्चों की मदद की है।