Khadi Karyakartas at Kora Kendra:हर घर तिरंगा अभियान के दौरान खादी सार्वजनिक बैनरों की बिक्री में ११०१ फीसदी का इजाफा हुआ।
राष्ट्रीय ध्वज कार्यकर्ता संवाद आयोजित
Khadi Karyakartas at Kora Kendra:तिरंगा यात्रा की शुरुआत के बाद से पिछले तीन सालों में खादी के राष्ट्रीय झंडे ३३ करोड़ रुपये से अधिक के बिक चुके हैं। देश में खादी से बने राष्ट्रीय झंडों की बिक्री २०१३-१४ में सिर्फ ८७ हजार थी, लेकिन २०२३-२४ में यह बढ़कर १०.४५ करोड़ रुपये हो गई।
KVIC के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि PM मोदी की ब्रांड पावर के परिणामस्वरूप खादी विकसित भारत की गारंटी बन गई है। शुक्रवार को खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC ) और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) ने C.V. में खादी राष्ट्रीय ध्वज कार्यकर्ता संवाद आयोजित किया।
राष्ट्रीय ध्वज का उत्पादन
Khadi Karyakartas at Kora Kendra:देश में सभी खादी संस्थानों को सशक्त और प्रोत्साहित करने के साथ-साथ पूरे देश में खादी राष्ट्रीय ध्वज का उत्पादन और बिक्री बढ़ाने के इरादे से बोरीवली के कोरा ग्रामोद्योग संस्थान में खादी श्रमिकों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर KVIC के मुख्य अतिथि निदेशक श्री मनोज कुमार ने खादी श्रमिकों का अभिवादन किया।
अपने अध्यक्षीय भाषण में उन्होंने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “हर घर तिरंगा” अभियान ने खादी राष्ट्रीय ध्वज की मांग में काफी वृद्धि की है। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए खादी श्रमिकों के प्रति आभार भी व्यक्त किया। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष ने इस अवसर पर कहा, “आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।”
भारत की अर्थव्यवस्था की नींव
यह राष्ट्र के प्रति हमारी अटूट भक्ति है और स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक खादी को और अधिक प्रासंगिक बनाने का एक प्रयास है।” उन्होंने कहा कि खादी आत्मनिर्भर भारत की आत्मा है। यह ग्रामीण भारत की अर्थव्यवस्था की नींव है। दुनिया में एकमात्र ऐसा कपड़ा है जिसका अपना गौरवशाली इतिहास है और वह है खादी।
सही मायने में खादी को 2014 में ‘नई ताकत’ मिली जब देश में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की ताकत के प्रमुख क्षेत्रों से संचालित सरकार बनी। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री वित्त वर्ष 2013-14 के 31154.20 करोड़ रुपये से पांच गुना बढ़कर वित्त वर्ष 2023-2024 में 155673.12 करोड़ रुपये हो गई।
Khadi Karyakartas at Kora Kendra:MSME मंत्रालय और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में खादी और ग्रामोद्योग के कारोबार ने नया कीर्तिमान स्थापित किया और आजाद भारत में पहली बार 1 लाख 55 हजार करोड़ रुपये को पार कर गया। 10.17 लाख नए रोजगार सृजित हुए इस उद्योग में पहली बार सृजन किया गया है।
खादी सार्वजनिक बैनरों की बिक्री
अपने विचार व्यक्त करते हुए आयोग के निदेशक ने कहा कि राज्य के नेता श्री नरेंद्र मोदी की पहल पर चलाए गए ‘हर घर तिरंगा अभियान’ ने खादी सार्वजनिक बैनरों की बिक्री में 1101.15 प्रतिशत का विस्तार किया है। देश में खादी से बने राष्ट्रीय झंडों की बिक्री 2013-14 में केवल 87 हजार थी, लेकिन 2023-24 में यह बढ़कर 10.45 करोड़ रुपये हो गई।
तिरंगा यात्रा की शुरुआत के बाद से पिछले तीन वर्षों में खादी के राष्ट्रीय झंडे 33 करोड़ रुपये से अधिक के बिके हैं। इस सौदे का तात्कालिक लाभ खादी कारीगरों को अतिरिक्त मुआवजे के रूप में मिल रहा है, जो दर्शाता है कि तिरंगा यात्रा से सबसे अधिक लाभ खादी जगत को हुआ है।
Khadi Karyakartas at Kora Kendra:साथ ही, अध्यक्ष KVIC ने कहा कि पूज्य बापू की विरासत खादी पिछले दस वर्षों में विकसित भारत की गारंटी बन गई है। KVIC के चेयरमैन मनोज कुमार के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में खादी क्रांति ने पिछले दस वर्षों में भारतीय विरासत खादी को विश्वव्यापी पहचान दिलाई है।
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हालांकि, कुछ लोग अपने भ्रष्ट विचारों का उपयोग करके पूज्य बापू की खादी के खिलाफ भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि यह पहला प्रयास नहीं है जो असफल रहा है। 5 लाख खादी कारीगर, जिनमें 80 प्रतिशत महिलाएं हैं, अपनी ताकत और क्षमता से खादी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
हालांकि, पूज्य बापू के नेतृत्व में खादी ने आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके। उसी तरह, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में खादी आज “भ्रामक प्रचार” करने वालों के सामने नहीं झुकेगी। खादी के खिलाफ हर झूठे प्रचार को पूरे देश में खादी प्रेमियों द्वारा खारिज किया जाएगा।
स्थानीय गणमान्य व्यक्ति, खादी उद्योग में काम करने वाले लोग और क्षेत्र में रहने वाले लोग सभी खादी राष्ट्रीय ध्वज कार्यकर्ता संवाद समारोह में बड़ी संख्या में पहुंचे। इस इकाई के माध्यम से खादी उद्योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जाएगा और देशभक्ति को बढ़ावा मिलेगा। कार्यक्रम में KVIC के अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे।