Mother Is Epitome Of Compassion : समाज के सबसे कमजोर सदस्यों के जीवन में बदलाव लाने के लक्ष्य के साथ बूंदी में सुपोषित मां अभियान के तीसरे चरण का शुभारंभ लोकसभा अध्यक्ष ने किया। 17.13 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास
Mother Is Epitome Of Compassion
Mother Is Epitome Of Compassion : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सुपोषित मां अभियान के तीसरे चरण का शुभारंभ किया। बूंदी के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित समारोह में जनता को संबोधित करते हुए श्री बिरला ने कहा कि यह अभियान मातृशक्ति के सशक्तिकरण और गर्भवती माताओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए समर्पित है
। श्री बिरला ने कहा कि सुपोषित मां अभियान की शुरूआत समाज के सबसे कमजोर व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाने के उद्देश्य से की गई है। सुपोषित मां अभियान को महज एक अभियान न बताते हुए श्री बिरला ने कहा कि यह एक जनांदोलन का रूप ले चुका है।

उन्होंने कहा कि मां स्वस्थ होगी तो बच्चा भी स्वस्थ होगा और स्वस्थ बच्चा ही सशक्त समाज का निर्माण करेगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान मातृशक्ति में जागरूकता लाकर स्वस्थ और आत्मनिर्भर समाज की नींव रखने का एक प्रयास है।
श्री बिरला ने कहा कि मां जीवनदायिनी ही नहीं, बल्कि करुणा, स्नेह और त्याग की प्रतिमूर्ति भी है। उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखना किसी पूजा से कम नहीं है। श्री बिरला ने कहा कि हमारा लक्ष्य समाज के हर जरूरतमंद परिवार की महिलाओं तक पहुंचना और उन्हें सुपोषित बनाना है।
कार्यक्रम में श्री बिरला ने बूंदी और तालेड़ा पंचायत समिति क्षेत्र में विकास कार्यों की सौगात देते हुए 17.13 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।
हेल्थ कार्ड की मदद
लोकसभा अध्यक्ष ने गर्भवती महिलाओं को पोषण किट भेंट कर अभियान की शुरुआत की। अभियान के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से वंचित परिवारों की 1800 से अधिक गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया गया है, जिन्हें प्रसव तक हर माह निःशुल्क पोषण किट के साथ स्वास्थ्य जांच व परामर्श की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।

हेल्थ कार्ड की मदद से अब महिलाओं के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जा सकेगी। इसके जरिए हर माह आयोजित होने वाले फॉलोअप कैंप में पोषण किट वितरण के साथ ही इन महिलाओं को विभिन्न प्रकार की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच व परामर्श की व्यवस्था करने के लिए डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे।
इसकी रिपोर्ट हेल्थ कार्ड में दर्ज होगी, जिससे फॉलोअप की व्यवस्था करने में मदद मिलेगी। स्वास्थ्य के लिए बरती जाने वाली आवश्यक सावधानियों के अलावा इन महिलाओं को बच्चों की उचित देखभाल के लिए बुनियादी जानकारी भी दी जाएगी।
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अभियान के 5 सफल वर्ष
29 फरवरी 2020 को शुभारंभ
- 17 मई 2022 को दूसरे चरण की शुरुआत होगी।
- 3 फरवरी को कोटा में तीसरे चरण की शुरुआत
- 1 लाख से अधिक पोषण किटों का वितरण
- 18,000 से अधिक लोग लाभान्वित हुए
- 800 से अधिक वितरण शिविर
- नियमित प्रसव में वृद्धि
- स्वस्थ शिशु का जन्म
- गर्भवती महिलाओं के वजन में वृद्धि
- मातृ-शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी
