अश्विन अकेले खिलाड़ी नहीं थे, जिन्हें लखनऊ मैच से बाहर रखा गया था। 20 वर्षीय शेख रशीद ने डेवोन कॉनवे की जगह न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज के रूप में जगह बनाई, जिन्हें पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में रवींद्र जडेजा की जगह लिया गया था।
लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत के 63(49) के तूफानी शतक की बदौलत सुपर जायंट्स ने 166/7 का स्कोर बनाया, जिसके बाद रशीद और रचिन रवींद्र ने चेन्नई के लिए आक्रामक रुख अपनाया।
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इस जोड़ी ने 52 रनों की ओपनिंग साझेदारी कर लक्ष्य का पीछा करने की शुरुआत की। जब सीएसके 15वें ओवर में 111/5 पर लड़खड़ा रही थी, तब धोनी ने शिवम दुबे के साथ मिलकर जीत की फीकी पड़ती उम्मीदों को जिंदा रखा।
धोनी ने समय को पलटा और चेन्नई की जीत के लिए एक बेहतरीन योजना तैयार की, जबकि दुबे ने उनके आक्रामक स्वभाव के विपरीत खेला। उन्होंने 26(11) रन बनाकर अपना नाबाद सिलसिला जारी रखा