National Co-operative Organics Limited:भारत को दुनिया का सबसे बड़ा जैविक खाद्य उत्पादक देश बनाने के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सपने में सहकारी समितियों की अहम भूमिका है।
NCOL National Co-operative Organics Limited
National Co-operative Organics Limited’भारत’ ब्रांड के जैविक उत्पाद उच्च गुणवत्ता वाले और मजबूत हैं। श्री अमित शाह ने उत्तराखंड के किसानों को प्रोत्साहित किया कि NCOLउनके पूरे जैविक उत्पाद खरीदेगा। ‘भारत’ ब्रांड के जरिए किसानों के उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहुंचाया जाएगा।
NCOLका लाभ सीधे किसानों की जेब में जाएगा। NCOL और अमूल अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रयोगशालाओं का संगठन बनाएंगे, जो जैविक भूमि और उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करेंगे।
किसानों को अपने खेतों को पूरी तरह जैविक बनाना चाहिए और खाद का इस्तेमाल बंद करना चाहिए।
लोक सहकारिता जैविक लिमिटेड (एनसीओएल) और उत्तराखंड जैविक उत्पाद बोर्ड (यूओसीबी) के बीच समझौते (एमओयू) को मंजूरी दी गई। नई दिल्ली में आज सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की उपस्थिति में सहकारिता मंत्री श्री कृष्ण बडी गुर्जर, उद्यान एवं पशुपालन मंत्री श्री गणेश जोशी, सहकारिता मंत्री डॉ. आशीष कुमार भूटानी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
मोदी ने देश के किसानों की आय को बढ़ाने का लक्ष्य
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में जैविक खेती के लिए अपार कृषि योग्य भूमि स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि आज जैविक खेती का विकास महत्वपूर्ण चरण में पहुंच चुका है।
श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के भारत को विश्व का सबसे बड़ा जैविक खाद्य उत्पादक देश बनाने के सपने में सहकारिता महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के किसानों की आय को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है और दो महत्वपूर्ण लक्ष्यों में से एक जैविक खेती को बढ़ावा देना है।
श्री शाह ने कहा कि आज पूरी दुनिया में जैविक उत्पादों के प्रति जागरूकता है और इसके लिए बहुत बड़ा वैश्विक बाजार भी है। जब हम इस बाजार का लाभ उठाकर भारत की हिस्सेदारी बढ़ाते हैं तो जैविक उत्पादों के लाभकारी कारोबार में हमारे किसानों की हिस्सेदारी और उनकी आय भी बढ़ती है।
एसोसिएशन के सहभागी अध्यक्ष
श्री अमित शाह ने कहा कि जैविक खेती से देश के नागरिकों की ताकत भी जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि खाद के माध्यम से जो रसायन हमारे शरीर में जाते हैं, उनसे कई तरह की बीमारियां होती हैं। उन्होंने कहा कि इससे भूमि की गुणवत्ता भी इतनी खराब हो गई है कि कई राज्यों में जमीन कंक्रीट की तरह सख्त होने लगी है, जिससे बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है।
श्री शाह ने कहा कि जैविक खेती से भूजल स्तर बढ़ता है, पानी की बचत होती है, उत्पादन बढ़ता है और उपभोक्ता की ताकत भी बढ़ती है। इतने सारे लाभों के बावजूद जैविक खेती को सही तरीके से बढ़ावा नहीं दिया गया। एसोसिएशन के सहभागी अध्यक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि पहले जैविक उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करने के लिए कोई घटक नहीं था और किसानों को अधिक कीमत नहीं मिलती थी।
साथ ही, इन उत्पादों के उपयोग में भी झिझक होती थी। श्री शाह ने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए मोदी सरकार ने सार्वजनिक सह-रोजगार योग्य जैविक उत्पाद प्रतिबंधित (एनसीओएल) की स्थापना की। उन्होंने कहा कि अमूल और NCOL मिलकर देश भर में वैश्विक स्तर के अनुसंधान केंद्रों का संगठन बनाएंगे जो जैविक भूमि और उत्पादों दोनों की जांच करेंगे।
NCOL के विकास के साथ
National Co-operative Organics Limited:उन्होंने कहा कि ये दोनों प्रतिष्ठित संगठन ‘भारत’ और ‘अमूल’ ब्रांड के रूप में ग्राहकों को विश्वसनीय जैविक उत्पाद उपलब्ध कराएंगे। श्री अमित शाह ने कहा कि अब NCOL के विकास के साथ, कुछ वर्षों के भीतर, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जैविक उत्पादों से होने वाला सारा लाभ सीधे उत्पादक किसानों की जेब में जाए। उन्होंने कहा कि यह केवल एक अनुकूल व्यवस्था में ही संभव है।
श्री शाह ने कहा कि अगले 2-3 वर्षों में ‘भारत’ ब्रांड के परिणाम शाकाहारी भोजन की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करेंगे। सहकारिता के महासचिव ने कहा कि भारत ब्रांड के जैविक उत्पाद गुणवत्ता और जैविक संपदा के मामले में मजबूत हैं और उचित भी हैं क्योंकि सहकारी समितियों की सोच से कोई खास लाभ नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि जैविक उत्पादों से होने वाले सभी लाभ देश के किसानों की आय में वृद्धि करेंगे। उन्होंने कहा कि एनसीओएल के माध्यम से इन सभी लक्ष्यों को पूरा किया जाएगा और जल्द ही ‘भारत’ ब्रांड एक विश्वसनीय ब्रांड बन जाएगा। श्री अमित शाह ने देशभर में जैविक खेती में भाग लेने वाले किसानों से एनसीओएल के साथ जुड़ने का आह्वान किया।
भारत को दुनिया का सबसे बड़ा जैविक खाद्य उत्पादक बनाने का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा उत्पादित सभी जैविक चावल, दाल और गेहूं को सरकार खरीदेगी। उन्होंने कहा कि एनसीओएल जल्द ही किसानों को जैविक उत्पाद भेजने के लिए एक सुचारू व्यवस्था बनाएगी। उन्होंने कहा कि डेयरी क्षेत्र में ऐसा ही प्रयोग आज पूरे देश में हो रहा है और करोड़ों किसान सहकारी समितियों के माध्यम से अपने डेयरी उत्पादों का लाभ सीधे अपने खातों में प्राप्त कर रहे हैं।
सहकारिता मंत्री ने उत्तराखंड के किसानों से अपने खेतों को पूरी तरह जैविक बनाने और अन्य किसानों को भी जैविक खेती के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के किसानों को अपने खेतों को पूरी तरह जैविक बनाना चाहिए और खाद का उपयोग बंद कर देना चाहिए।
श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को दुनिया का सबसे बड़ा जैविक खाद्य उत्पादक बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए मोदी सरकार ने किसानों के उत्पादों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (NCEL ) जैसी लाभकारी संस्था भी बनाई है। श्री शाह ने कहा कि NCEL National Co-operative Organics Limited द्वारा बनाए जा रहे ‘भारत’ ब्रांड को वैश्विक बाजार तक ले जाएगा।