National Highways in Monsoon:सेवा अनिवार्य रूप से सार्वजनिक एक्सप्रेसवे (NH) के उन्नयन और रखरखाव के लिए उत्तरदायी है। NH का सुधार और समर्थन एक निरंतर प्रक्रिया है।
National Highways in Monsoon
NH की स्थिति का सर्वेक्षण समय-समय पर सेवा और इसके विभिन्न निष्पादन संगठनों जैसे कि पब्लिक पार्कवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI), पब्लिक थ्रूवेज एंड फाउंडेशन एडवांसमेंट कंपनी लिमिटेड (NHIDCL), बाउंड्री स्ट्रीट्स एसोसिएशन (भाई), पब्लिक वर्क्स डिवीजन (PWDs)/स्ट्रीट डेवलपमेंट ऑफिस (RCDs)/राज्य विधानमंडलों की भागीदारी/एसोसिएशन डोमेन (UTs) द्वारा किया जाता है।
परिणामस्वरूप, NH पर समय-समय पर रखरखाव कार्य किए जाते हैं ताकि उनकी यातायात-योग्य स्थिति बनी रहे। इन कार्यों में विभिन्न कारकों से उत्पन्न दोषों और क्षति को ठीक करना, NH की मरम्मत और सुदृढ़ीकरण, पर्याप्त जल निकासी व्यवस्था प्रदान करना आदि शामिल हैं।
सभी राष्ट्रीय राजमार्ग विकास/उन्नयन परियोजनाओं के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करते समय वर्षा के अंश, उच्च बाढ़ स्तर, क्षेत्र का प्रकार, मिट्टी का वर्ग इत्यादि पर लगातार विचार किया जाता है।
परिणामस्वरूप, ठेकेदार या रियायतग्राही परियोजना के दायरे में मानक विनिर्देशों और भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) कोड के अनुसार सड़क किनारे लाइन वाली या बिना लाइन वाली नालियां, पुलिया जैसी क्रॉस ड्रेनेज संरचनाएं, प्राकृतिक धाराओं या नालों पर छोटे और बड़े पुल आदि का निर्माण करता है।
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सेवा ने जिम्मेदार रखरखाव संगठन के माध्यम से स्पैन सहित सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के खंडों के समर्थन और मरम्मत (एमएंडआर) की गारंटी देने के लिए एक घटक विकसित किया है।
राष्ट्रीय राजमार्गों के रखरखाव
राष्ट्रीय राजमार्गों के उन हिस्सों का एमएंडआर, जहां विकास कार्य शुरू हो गए हैं या गतिविधि, समर्थन और चाल (ओएमटी) रियायतें/गतिविधि और रखरखाव (ओएंडएम) समझौते दिए गए हैं इसी तरह, रियायत अवधि के अंत तक, संबंधित रियायतकर्ता टीओटी (टोल ऑपरेट एंड ट्रांसफर) और इनविट (इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट) के तहत पूरे किए गए राष्ट्रीय राजमार्गों के खंडों के रखरखाव और मरम्मत (एमएंडआर) के लिए जिम्मेदार है।
मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्गों के शेष हिस्सों पर अनुबंध रखरखाव के माध्यम से रखरखाव कार्य करने का नीतिगत निर्णय लिया है, या तो प्रदर्शन आधारित रखरखाव अनुबंध (PBMC) या अल्पकालिक रखरखाव अनुबंध (STMC) के माध्यम से, यह सुनिश्चित करते हुए कि कोई भी राष्ट्रीय राजमार्ग बिना जिम्मेदार संविदात्मक रखरखाव एजेंसी के न रहे।
पिछले वर्ष के दौरान राष्ट्रीय राजमार्गों के रखरखाव पर 6,523 करोड़ रुपये का उपयोग किया गया है। यह जानकारी सड़क परिवहन और सड़क मार्ग मंत्रालय के महासचिव श्री नितिन गडकरी ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी।