Pure Drinking water in Maha Kumbh 2025 : पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ जल आपूर्ति के लिए प्लास्टिक मुक्त पेयजल ढांचा
Pure Drinking water in Maha Kumbh 2025
Pure Drinking water in Maha Kumbh 2025 :प्रयागराज में महाकुंभ 2015 में देश-विदेश से आने वाले हजारों तीर्थयात्रियों के लिए शुद्ध और शुद्ध पेयजल की व्यापक योजना बनाई गई है।
मेला क्षेत्र में कुल 233 वाटर एटीएम लगाए गए हैं, जो बिना किसी व्यवधान के 24 घंटे काम करते हैं। इन वाटर एटीएम के माध्यम से तीर्थयात्रियों को प्रतिदिन शुद्ध आरओ (रिवर्स इनटेक) जल मिल रहा है।

वास्तविक आंकड़ों के अनुसार, 21 जनवरी 2025 से 1 फरवरी 2025 के बीच 40 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने इन वाटर एटीएम का लाभ उठाया है।
पानी के मुफ्त वितरण
आगंतुकों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए, संगठन ने इन वाटर एटीएम के माध्यम से पीने के पानी के मुफ्त वितरण की गारंटी दी है। पहले यह सहायता ₹1 प्रति लीटर की दर से उपलब्ध थी, जहाँ यात्री या तो सिक्के डाल सकते थे या फिर यूपीआई फ़िल्टर का उपयोग करके आरओ पानी का भुगतान कर सकते थे।
हालाँकि, अब इस सहायता को पूरी तरह से वैध कर दिया गया है, ताकि यात्रियों को आसानी से स्वच्छ पानी मिल सके। प्रत्येक वाटर एटीएम पर एक व्यवस्थापक तैनात है,
जो यह सुनिश्चित करता है कि यात्रियों द्वारा बटन दबाने पर शुद्ध पानी उपलब्ध हो। इससे यह सुनिश्चित होता है कि यात्रियों को पानी मिलने में कोई परेशानी न हो और पानी की आपूर्ति बिना किसी व्यवधान के चलती रहे।
महाकुंभ में शुरू किए गए वाटर एटीएम आधुनिक तकनीक से लैस हैं, जो यह सुनिश्चित करता है कि उनका संचालन पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत और सुचारू रहे।

इन मशीनों में सेंसर आधारित निगरानी प्रणाली है, जो किसी भी तकनीकी खामी को तुरंत पहचान लेती है। यदि कोई तकनीकी समस्या उत्पन्न होती है, तो जल संसाधन विशेषज्ञ उसे तुरंत ठीक कर देते हैं, जिससे यात्रियों को निरंतर पानी की आपूर्ति सुनिश्चित होती है।
महाकुंभ में यात्रियों की बड़ी संख्या को देखते हुए, प्रत्येक वाटर एटीएम प्रतिदिन 12,000 से 15,000 लीटर आरओ पानी उपलब्ध करा रहा है। सभी वाटर एटीएम सिम आधारित तकनीक से लैस हैं, जो उन्हें संगठन के केंद्रीय संगठन से जुड़े रखते हैं।
स्वच्छ जल आपूर्ति के लिए कार्ययोजना बनाई
यह तकनीक पानी के कुल उपयोग, जल स्तर प्रबंधन, पानी की गुणवत्ता और फैलाव की मात्रा की लगातार निगरानी करने में सक्षम बनाती है। जब भी कोई नेता वाटर एटीएम का इस्तेमाल करता है, तो उसे एक लीटर शुद्ध पानी मिलता है, जिसे वे नल के नीचे रखे कंटेनर में भर सकते हैं।
यह भी पढ़ें:Blessed to be at the Maha Kumbh , प्रयागराज में महाकुंभ में आकर धन्य हो गया: प्रधानमंत्री
पिछले कुंभ आयोजनों में संगम और अन्य घाटों के आसपास प्लास्टिक के बर्तन और अन्य कचरे की समस्या गंभीर हो गई थी। इस बार संगठन ने स्वच्छ जल आपूर्ति के लिए कार्ययोजना बनाई है और साथ ही पर्यावरण सुरक्षा पर भी ध्यान केंद्रित किया है।

महाकुंभ आयोजन ने गारंटी दी है कि पूरे आयोजन के दौरान वाटर एटीएम बिना किसी व्यवधान के काम करेंगे। किसी भी समस्या से निपटने और वाटर एटीएम की लगातार निगरानी करने के लिए विशेष विशेषज्ञ समूह बनाए गए हैं।
साथ ही, संगठन भविष्य में कुंभ और अन्य धार्मिक आयोजनों में यात्रियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इसी तरह के अन्य अभियानों पर विचार कर रहा है। इस अभियान ने महाकुंभ 2025 के आयोजन को पारिस्थितिकी तंत्र के लिए अधिक लाभदायक, सुरक्षित और हानिरहित बना दिया है, तथा भविष्य के आयोजनों के लिए एक यादगार और आदर्श मानदंड स्थापित किया है।