अमृत उद्यान में “Purple Fest” का आयोजन किया जाएगा जो पूरे दिन चलेगा और दिव्यांगजनों की प्रतिभा, उपलब्धियों और लक्ष्यों का सम्मान करेगा।
Purple Fest
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, भारत की राष्ट्रपति, फेस्ट में शामिल हुईं और दिव्यांगजनों के सांस्कृतिक प्रदर्शन को देखा। उन्होंने अपने संक्षिप्त भाषण में कहा कि किसी समाज की प्रतिष्ठा इस बात से निर्धारित होती है कि वह वंचितों के प्रति कितना संवेदनशील है। हमारी संस्कृति और सभ्यता में करुणा, समावेश और सद्भाव के मूल्य रहे हैं।

हमारे संविधान की प्रस्तावना सामाजिक न्याय, स्थिति की समानता और व्यक्ति की गरिमा के बारे में बोलती है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि भारत सरकार सुगम्य भारत अभियान के माध्यम से दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने और उनकी समान भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है।
भारत सरकार के सामाजिक न्याय
आगंतुकों के लिए दिन भर विभिन्न गतिविधियाँ जैसे खेल, डिजिटल समावेशन और उद्यमिता पर कार्यशालाएँ, एबिलिम्पिक्स, रचनात्मक असाधारण कार्यक्रम और सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किए गए।

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भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आयोजित “पर्पल फेस्ट” का उद्देश्य समाज में विकलांग लोगों की समझ, स्वीकृति और समावेश को बढ़ावा देना है, साथ ही विभिन्न विकलांगताओं और लोगों के जीवन पर उनके प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
